पाकिस्तान के कराची शहर में मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिद सईद के करीबी मौलाना मुजीब उर रहमान जमुरानी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मौलाना मुजीब मुंबई हमले में भी हाफिज सईद के साथ शामिल था।
उसे गुरुवार को गोली मारी गई। लेकिन मीडिया में यह खबर आज आई है।
Just In: Hafiz Saeed’s right hand Terrorist Mujeeb Ur Rahman eliminated in Karachi, Pak by unknown gunmen 🙂 pic.twitter.com/YCzkdpj74Z
— FrontalAssault (@FrontalAssault1) July 3, 2020
हाफिज सईद का दायाँ हाथ माने जाने वाले मौलाना मुजीब पर कराची में गुरुवार देर शाम को अज्ञात लोगों ने हमला किया था। मौलाना मुजीब बलूचिस्तान में लश्कर-ए-तैयबा के साथ ही जमात-उद-दवा के लिए काम करता था और उसे कई बलूचों की हत्या में भी शामिल बताया गया है।
एनबीटी की खबर के मुताबिक उसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी आतंकी के रूप में पहचान मिली गई थी। वर्तमान में वह बलूचिस्तान के मकरान क्षेत्र में लश्कर-ए-तैयबा का का मुखिया था। उसके तार इस्लामिक स्टेट से भी जुड़े हुए बताए जाते हैं। आरोप है कि वह भारत में जम्मू-कश्मीर में हमलों के लिए भी आतंकियों को ट्रेनिंग देता था।
वहीं टीवी-9 से बात करते हुए वरिष्ठ पत्रकार आदित्य राज कौल ने बताया कि यह पाकिस्तान के लिए बहुत बड़ा झटका है, क्योंकि पाकिस्तान का ISI जमुरानी से जुड़ा हुआ था। उन्होंने बताया कि भारत के लिए बड़ी बात इसलिए है कि जमुरानी जो पाकिस्तान से जम्मू-कश्मीर के लिए आतंकी आते थे, उन्हें बलूचिस्तान में ट्रेनिंग देता था। पत्रकार कौल ने बताया कि जमुरानी जम्मू-कश्मीर के खिलाफ बलूचिस्तान में रैलियों का आयोजन करता था।
वहीं टीवी-9 से बात करते हुए पाकिस्तानी लेखक तारेक फतेह ने बताया कि यह बलूचिस्तान के मुद्दे को राष्ट्रीय स्तर पर उठाने वाले लोगों के लिए राहत की खबर है और ये पाकिस्तान के लिए एक बड़ा झटका भी है।
गौरतलब है कि लश्कर का सह-संस्थापक और जमात-उद दावा का चीफ हाफिज सईद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आतंकी घोषित हो चुका है। मुंबई में 26 नवंबर, 2008 को हुए आतंकी हमले के पीछे भी हाफिज सईद की हाथ था। मुंबई हमले में 166 लोगों ने अपनी जान गवांई थी। हाफिज पर अमेरिका ने 2012 में 1 करोड़ डॉलर का इनाम घोषित कर रखा है।