अफ़्रीकी देश इथोपिया में एक-एक कर मस्जिदों को जलाया जा रहा है। मुस्लिमों के व्यापार पर हमले किए जा रहे हैं। इसके ख़िलाफ़ हजारों मुस्लिम सड़क पर उत्तर कर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। अम्हारा क्षेत्र में 4 मस्जिदों को जला डाला गया है। राजधानी अदीस अबाबा से 350 किलोमीटर उत्तर में स्थित मोट्टा शहर में कई मुस्लिमों के व्यापारिक प्रतिष्ठानों को भी नुकसान पहुँचाए जाने की ख़बर है। प्रदर्शनकारी मुस्लिमों की माँग है कि दोषियों को सज़ा दी जाए।
प्रधानमंत्री अबी अहमद ने कहा है कि कुछ कट्टरपंथी देश की साझा और सहिष्णु सांस्कृतिक विरासत को नुकसान पहुँचाना चाहते हैं। मुस्लिम एक्टिविस्ट्स ने आरोप लगाया है कि कुछ राजनेता मजहबी उन्माद फैला रहे हैं।
अधिकारियों ने बताया है कि इस मामले में 15 आरोपितों की गिरफ़्तारी हुई है। प्रशासन का मानना है कि कुछ दिनों पहले एक ऑर्थोडॉक्स चर्च में आग लगने की ख़बर फैलने के बाद ये घटनाएँ हुई हैं। मुस्लिम एक्टिविस्ट्स का आरोप है कि पुलिस ने जल्दी एक्शन नहीं लिया और एक पर एक हमलों को रोकने में नाकाम रही। ओरोमिया क्षेत्र में कुछ दिनों पहले हिंसा भड़क गई थी, जिसमें 80 लोग मारे गए थे। उस दौरान भी चर्च और मस्जिदों को जलाए जाने की ख़बरें आई थीं।
2007 की जनगणना के अनुसार, 11 करोड़ की जनसंख्या वाले इथोपिया के एक तिहाई लोग इस्लाम मजहब का अनुसरण करते हैं। देश की 40% जनसंख्या ऑर्थोडॉक्स ईसाई है, जो मेजोरिटी में है। मुस्लिम दूसरे सबसे बड़े समुदाय हैं। अम्हारा देश का दूसरा सबसे ज्यादा जनसंख्या वाला क्षेत्र है, जहाँ ऑर्थोडॉक्स ईसाईयों की जनसंख्या 80% से भी ज़्यादा है। इस क्षेत्र में मुस्लिम काफ़ी कम संख्या में हैं और उनका आरोप है कि कट्टरपंथी ऑर्थोडॉक्स ईसाई उन्हें परेशान कर रहे हैं।
Shocking news : Mob in Mota town of Amhara region celebrates in jubilation the burning of a mosque and a hotel owned by muslim business men. According to activists, a total of 4 mosques were set ablaze today. #Ethiopia pic.twitter.com/Ef4oukIMwJ
— Alex A (@A_AlexOnline) December 20, 2019
हालाँकि, ऑर्थोडॉक्स चर्च ने मस्जिदों पर हो रहे हमलों की निंदा की है। ‘इथोपियन इस्लामिक अफेयर्स सुप्रीम काउंसिल’ ने भी इन हमलों की निंदा की है। मोट्टा शहर में जिन 4 मस्जिदों को आग लगाई गई, उनमें से 2 तो पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। 2 अन्य मस्जिदों को भी ख़ासा नुकसान हुआ है। एक होटल को भी जला डाला गया क्योंकि उसका मालिक मुस्लिम था। दरअसल, इस घटना से पहले सोशल मीडिया में एक वीडियो काफ़ी सर्कुलेट हुआ था। उन वीडियोज में ईसाईयों के साथ ग़लत व्यवहार करने के लिए मुस्लिमों व इस्लाम की निंदा की गई थी।
Earlier to what happened to Mosques, hundreds old Church ” St. George church ” was set on fire.
— Ahmed® (@Hamoudu) December 21, 2019
Idk how far this madness goes. ?
फ़रवरी 2019 में भी तीन मस्जिदों को जला दिया गया था। उससे 2 दिन पहले उसी इलाक़े में 2 मस्जिदों को आग के हवाले कर दिया गया था। वहाँ के युवकों से विभिन्न संगठन लगातार अपील कर रहे हैं कि इन मस्जिदों के पुनर्निर्माण में सहयोग किया जाना चाहिए। हालाँकि, कई वीडियो व ऐसे मैसेज सर्कुलेट हो रहे हैं, जिनमें मुस्लिमों को ‘ईसाइयत का दुश्मन’ बताया जा रहा है।