पाकिस्तान में हिंदुओं के धार्मिक स्थलों को तोड़ा जा रहा है। वहाँ के पूर्व क्रिकेटर दानिश कनेरिया ने इस बात की ट्वीट करके जानकारी दी है। उन्होंने बताया है कि अतिक्रमण का हवाला देकर थारपारकर के मिठी में ‘हिंगलाग माता मंदिर’ को ध्वस्त किया गया।
दानिश कनेरिया ने ट्वीट में लिखा, “पाकिस्तानी अधिकारियों द्वारा हिंदू धार्मिक स्थलों पर कार्रवाई जारी है। मीरपुरखास के अतिक्रमण निरोधक अदालत के आदेश के बाद पाकिस्तान के मिठी, थारपारकर में हिंगलाज माता मंदिर को ध्वस्त कर दिया गया है।”
Pakistani authorities continues crackdown on Hindu religious places. Following an order of anti-encroachment court Mirpurkhas, Hinglaj Mata Mandir has been demolished in Mithi, Tharparkar, Pakistan. pic.twitter.com/EUOHHcXkQt
— Danish Kaneria (@DanishKaneria61) November 23, 2023
अपने दावे के साथ उन्होंने एक वीडियो भी शेयर की। इसमें कुछ हिंदू खड़े होकर जोर-जोर से ‘हिंगलाज माता की जय हो, हिंदू धर्म की जय हो’ जैसे नारे लगा रहे हैं।
Neither it was a historical temple, nor a religious site. The plot was encroached by the said individuals who were trying to build temple on the property which actually belonged to another party, who fortunately are Hindus too.
— Bhevish Kumar Maheshwari (@iambhevishk) November 23, 2023
The other Hindu party took it to the court & hence…
बता दें कि पाकिस्तान में हिंदू मंदिरों का अपमान होना नया नहीं है। दानिश कनेरिया ने पिछले साल भी कराची में एक हिंदू मंदिर पर हुए हमले की जानकारी दी थी। इस बार भी वो यही गुहार लगा रहे हैं कि कोई हिंदुओं की पीड़ा सुन ले। लेकिन प्रशासन के कान पर जूँ नहीं रेंग रही।
कुछ अन्य सोशल मीडिया यूजर्स ने भी इस वीडियो को शेयर करके यही दावा किया है। आदित्य राज कौल ने भी बताया है कि सिंध की मीरपुरखास अतिक्रमण निरोधक कोर्ट द्वारा हिंगलाग माता मंदिर को तोड़ने का आदेश दिया गया। आदित्य ने अपने ट्वीट में पूछा कि क्या इस तरीके से पाकिस्तान में किसी मस्जिद के साथ हो सकता है? दुनिया आखिर ऐसे अत्याचारों पर क्यों चुप है।
Hindu Minority under attack in Pakistan. Hindu Temple at Tharparkar Mithi, Sindh
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) November 23, 2023
Hinglaj Mata Mandir is being demolished by Pakistan’s anti encroachment Court in Mirpurkhas of Sindh. Will they ever demolish a mosque in Pakistan similarly? The world remains silent on such abuse. pic.twitter.com/Ei3w254gNw
वीडियो की पड़ताल करते हुए हमें एक पाकिस्तानी का ट्वीट भी मिला। इसमें उसने दावा किया था- “ये कोई ऐतिहासिक मंदिर नहीं है और न ही कोई धार्मिक स्थल। प्लॉट को किसी ने कब्जाया हुआ था जिसने बाद में उस प्रॉपर्टी पर मंदिर बना दिया, जो असल में दूसरे हिंदू की थी। इसीलिए दूसरी पार्टी ने कोर्ट की शरण ली और फैसला आने के बाद अवैध कब्जे को गिरवाया। पाकिस्तानी सरकार का इससे कोई लेना-देना नहीं है।”