पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। अब उनके खिलाफ आतंकवाद का मुकदमा दर्ज हुआ है। इस्लामाबाद पुलिस ने इमरान खान के साथ ही उनकी पार्टी PTI के एक दर्जन से अधिक कार्यकर्ताओं पर FIR दर्ज की है। यह कार्रवाई पुलिसकर्मियों पर हमला करने तथा पुलिस चौकी में आगे लगाने के आरोप में की गई है।
दरअसल, तोशाखाना मामले में गिरफ्तारी वारंट जारी होने के बाद शनिवार (18 मार्च 2023) इमरान खान अपनी पार्टी PTI के सैकड़ों समर्थकों के साथ कोर्ट पहुँचे थे। जहाँ PTI समर्थकों ने पुलिस पर पत्थरबाजी तथा पेट्रोल बम फेंके थे। यही नहीं, PTI के लोगों ने पुलिस के वाहनों तथा पुलिस चौकी में आग लगा दी थी। इस पूरी घटना में 52 पुलिसकर्मी घायल हुए थे।
इसके बाद स्थानीय रमना पुलिस स्टेशन के एसएचओ मलिक राशिद अहमद ने इमरान खान समेत 18 लोगों के खिलाफ आतंकवाद समेत विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया। दर्ज FIR में कहा गया है कि इमरान खान ने पीटीआई के 17 अन्य नेताओं के साथ मिलकर इस्लामाबाद में लागू धारा 144 का उल्लंघन किया। यह भी दावा किया गया है कि इमरान खान की पार्टी के कार्यकर्ता पत्थरों से लैस थे।
FIR में यह भी कहा गया है कि इमरान खान के समर्थकों की भीड़ ने कोर्ट को चारों ओर से घेर लिया। फिर, कोर्ट के मेन गेट को तोड़ दिया और तब तक पत्थरबाजी की, जब तक कोर्ट में लगी खिड़कियाँ टूट नहीं गईं। PTI समर्थकों पर पुलिसकर्मियों से दंगा विरोधी किट छीनने तथा पुलिस अधिकारियों पर पत्थरबाजी करने और उन्हें लाठी-डंडे से पीटने का भी आरोप है।
क्या है तोशाखाना मामला, जिसके चलते मुश्किल में फँसे हैं इमरान खान
दरअसल, तोशाखाना पाकिस्तान सरकार का एक विभाग है। इस विभाग में अन्य देशों के प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति तथा अन्य अधिकारियों द्वारा दिए गए गिफ्ट रखे जाते हैं। नियम के अनुसार, इन गिफ्टों को तोशाखाना में रखा जाना जरूरी है। इमरान खान ने नियम का पालन करते हुए गिफ्टों को तोशाखाना में जमा कराया था। हालाँकि, बाद में उन्होंने इन गिफ्टों को सस्ते में खरीदकर महँगे दामों में बेंच दिया था। इससे इमरान खान को करीब 6 करोड़ रूपए का फायदा हुआ था।
बता दें कि इमरान खान के खिलाफ पाकिस्तान सरकार अब तक 80 से अधिक मामले दर्ज चुकी है। पाकिस्तान में इमरान खान और उनकी पार्टी के खिलाफ जिस तरह से पुलिस कार्रवाई कर रही है उसे देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि इमरान खान पर दर्ज केसों का आँकड़ा जल्द ही शतक भी पूरा कर सकता है।