सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया है, जहाँ कथिततौर पर ईशनिंदा के आरोप में बैंक मैनेजर को गोली मारने वाले एक सिक्योरिटी गार्ड के अहमद नवाज समर्थन में उतरे पाकिस्तानी उसके साथ जश्न मनाते और उसका अभिवादन करते नजर आ रहे हैं।
पाकिस्तानी एक्टिविस्ट राहत ऑस्टिन ने ख़ुशब की क़ैदाबाद तहसील में नेशनल बैंक ऑफ़ पाकिस्तान शाखा के एक मैनेजर को ईशनिंदा के आरोप में गोली मारने वाले सिक्योरिटी गार्ड अहमद नवाज का वीडियो शेयर किया है। वीडियो में अहमद एक भीड़ का नेतृत्व करते, नारे लगाते और हत्या का जश्न मनाते हुए सड़क पर दिखाई दे रहा है। इस प्रदर्शन के बीच एक व्यक्ति को भीड़ से निकलते और उसे चूमते हुए भी देखा जा सकता है।
Another killing for blasphemy in Islamic State Pakistan.
— Rahat Austin (@johnaustin47) November 4, 2020
Ahmad Nawaz a security guard kills branch manager of National bank accusing him Blasphemy after heated argument. Look how he is greeted by crowd, kissing his hands with honour. All cultures or religions are not same sir. pic.twitter.com/57EoCa5kgp
एक अन्य वीडियो में आप देख सकते हैं कि भीड़ किस तरह हत्या के आरोपित को संरक्षण देते और हत्या के लिए उसे बधाई देती नजर आ रही है। भीड़ के साथ आरोपित मजहबी नारे लगाता है, जिसका अर्थ है “पैगंबर का अपमान करने वालों का सर कलम कर दो।”
Qaidabad, Khushab, Punjab. #Barelvi security card killed a bank manager accusing him of blasphemy. Crowd greets him with slogans, “Behead those who insult the Prophet”. pic.twitter.com/U81u6Pq5PW
— SAMRI (@SAMRIReports) November 4, 2020
एक अन्य वीडियो में गार्ड को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि मृतक प्रबंधक ने पैगम्बर का अपमान किया था।
Qaidabad, Khushab, Punjab. #Barelvi security guard Ahmad Nawaz killed bank manager Malik Imran Hanif over blasphemy. He is waving his supporters from the roof of the local police station. Crowd is clapping and chanting, “behead those who insult the Prophet” pic.twitter.com/bjdLNmlY9g
— SAMRI (@SAMRIReports) November 4, 2020
गौरतलब है कि यह घटना 4 नवंबर (बुधवार) को ख़ुशब की तहसील क़ैदाबाद में हुई थी। बैंक शाखा में तैनात सुरक्षाकर्मी अहमद नवाज ने नेशनल बैंक ऑफ़ पाकिस्तान के अधिकारी मुहम्मद इमरान हनीफ को गोली मारकर घायल कर दिया था। नवाज ने कहा कि उन्होंने हनीफ को कथित ईशनिंदा करने के आरोप में खुलेआम गोली मार दी थी। हालाँकि, पाकिस्तानी पुलिस ने पुष्टि की कि कुछ दिनों से दोनों के आपसी विवाद चल रहा था। जिस वजह से घटना को अंजाम दिया गया।
वहीं जैसे ही सुरक्षा गॉर्ड को पुलिस हिरासत में ले रही थी, एक बड़ी संख्या में भीड़ उसके समर्थन में उतर आई और उसके पक्ष में नारे लगाते हुए दिखी।
पैगंबर मुहम्मद या उनके खिलाफ बोलना ईश निंदा माना जाता है, जिस पर इस्लामिक कट्टरपंथियों ने मासूम लोगों को मौत के घाट उतारने का काम किया है। बीते दिनों यह नजारा फ्रांस में देखने को मिला जब शिक्षक द्वारा पैगम्बर मोहम्मद का कार्टून दिखाने पर उसका सर कलम कर दिया गया था।
वहीं पूर्व हिंदू महासभा के नेता और हिंदू समाज पार्टी के संस्थापक कमलेश तिवारी की हत्या और बेंगलुरु में हुए दंगों के पीछे की वजह भी यही थी। अक्सर असहज तथ्यों को बोलने की हिम्मत रखने वालों के खिलाफ नफरत और असहिष्णुता देखी ही जाती है।