पाकिस्तान में लगातार एक के बाद एक हिन्दू मंदिरों को निशाना बनाया जा रहा है। पाकिस्तानी सेना ने Pok स्थित पौराणिक धर्मस्थल शारदा पीठ की जमीन पर वहाँ कॉफी हाउस बनाकर जबरन कब्जा कर लिया है। वहीं कट्टरपंथी मुस्लिमों की भीड़ हिंगलाज माता मंदिर को भी नुकसान पहुँचाया गया है।
Hindu Minority under attack in Pakistan. Hindu Temple at Tharparkar Mithi, Sindh
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) November 23, 2023
Hinglaj Mata Mandir is being demolished by Pakistan’s anti encroachment Court in Mirpurkhas of Sindh. Will they ever demolish a mosque in Pakistan similarly? The world remains silent on such abuse. pic.twitter.com/Ei3w254gNw
दरअसल, थारपारकर जिले के अधिकारियों ने पाकिस्तान के सिंध प्रांत के मीठी शहर में स्थित इस मंदिर को तोड़ने के लिए एक अदालती आदेश का हवाला दिया। बताया जा रहा है कि इसे ध्वस्त करने में पाकिस्तान का पूरा प्रशासन शामिल रहा। जबकि यह मंदिर यूनेस्को (UNESCO) की संरक्षण लिस्ट में आता है।
हालाँकि, पाकिस्तान में हिन्दू मंदिरों को तोड़ना या हिंदुओं पर हमले की यह पहली घटना नहीं है लेकिन इस बार कोर्ट के आदेश का सहारा लेकर जिस तरह से हिंगलाज माता मंदिर को ध्वस्त किया गया है। यह गंभीर मानवाधिकार उल्लंघनों की श्रृंखला में एक और डराने वाली घटना है।
CNN न्यूज-18 की रिपोर्ट केअनुसार, एलओसी के पास हिंदुओं के जिस धार्मिक स्थल शारदा पीठ मंदिर को तोड़ा गया। उसे सुप्रीम कोर्ट की ओर से सुरक्षा के आदेश के बावजूद तोड़ा गया। दरअसल, यहाँ पाकिस्तानी सेना द्वारा मंदिर के करीब एक कॉफी हाऊस बनाया जा रहा है, जिसका उद्घाटन इसी साल नवंबर में होना है। ऐसे में यहाँ पाकिस्तानी सेना ने शारदा पीठ की जमीन पर जबरन कब्जा कर लिया है।
हालाँकि, यहाँ के स्थानीय लोगों ने पाकिस्तानी सेना की इस तानाशाही के खिलाफ विरोध भी किया और कब्जा हटाने पर भी जोर दिया, लेकिन वे नहीं माने और उन्होंने स्थानीय सीविल सोसाइटी के सदस्यों को ही उल्टा प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। बता दें कि पाकिस्तान में रहने वाले हिंदुओं को लगातार चुनौतियों का सामना करना पड़ा है, जिसमें टार्गेट करके हिंसा, हत्या और उनकी जमीनों को कब्जा तक शामिल है।
पाकिस्तान में पहले भी तोड़े गए हैं कई हिन्दू मंदिर
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक यूनेस्को साइट होने के बावजूद भी जब शारदा पीठ ध्वस्त होने से नहीं बच पाया तो यह विश्व के लिए चिंता का विषय है। इससे पहले जुलाई में भी पाकिस्तान में एक मंदिर को तोड़ दिया गया था। तब कराची में मरीमाता का मंदिर जमींदोज कर दिया गया था। इस मंदिर को तब ध्वस्त किया गया था जब पूरे इलाके में लाइट नहीं थी। बाहरी दीवार और गेट को छोड़कर अंदर का पूरा ढाँचा ही ढहा दिया गया था।
बता दें पाकिस्तान में मंदिरों का यह विध्वंस धरोहरों के अंतरराष्ट्रीय संरक्षण के प्रयासों का खंडन करता है और क्षेत्र में सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत की रक्षा के बारे में सवाल उठाता है। ये घटनाएँ पाकिस्तान जैसे देश में हिंदुओं पर लगातार हो रहे उत्पीड़न को उजागर करती हैं।