इजरायल और हमास के बीच जारी जंग के दौरान पाकिस्तान का हमास प्रेम देखने को मिला है। दरअसल, पाकिस्तान के नेताओं ने रविवार (5 नवंबर, 2023) को फिलिस्तीनी आतंकवादी संगठन हमास के प्रमुख से मुलाकात की है, जिसमें फिलिस्तीन की तुलना कश्मीर से की गई है। पाकिस्तान की मजहबी पार्टी जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम पाकिस्तान (जेयूआई-एफ) के प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान ने कतर में हमास के प्रमुख इस्माइल हानिया और पूर्व प्रमुख खालिद मशाल से मुलाकात की है, जिसमें कश्मीर राग अलापा गया है।
आतंकी संगठन हमास के प्रमुख ने कहा, फिलिस्तीन और कश्मीर में अन्याय उन देशों के चेहरे पर एक तमाचा है, जो मानवाधिकारों के उल्लंघन के लिए दूसरों की निंदा करते हैं। इतना ही नहीं गाजा को जंग में झोंकने वाला हमास अब पाकिस्तान की शह पर कश्मीर-कश्मीर चिल्ला रहा है। यह वही हमास है, जिसने एक स्वतंत्र फिलिस्तीनी राज्य की चाह में गाजा को दाव पर लगा दिया है। पर आतंकी हमला किया और अब जवाबी कार्रवाई में गाजा के लोगों के पास न तो खाना है और ना ही पानी।
मीडिया रिपोर्ट में यह बात भी सामने आई है कि अधिकांश अस्पतालों में भी हमास के लोग छिपे हुए हैं। साथ ही घायलों की संख्या इतनी ज़्यादा बढ़ गई है कि अब गाजा के किसी भी अस्पताल में कोई भी बेड खाली नहीं बचा है।
आतंकी हमास को पाकिस्तान का खुला समर्थन
हमास के आतंकी हमले का पाकिस्तान खुला समर्थन कर रहा है। अब इसी समर्थन को और ज्यादा मजबूत करने के लिए मौलाना फजलुर रहमान ने रविवार को कतर में हमास के सर्वोच्च नेता इस्माइल हानिया और पूर्व प्रमुख खालिद मशाल से मुलाकात की। फजलुर रहमान जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम-फजल (जेयूआई-एफ) का प्रमुख है। अरब न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक JUI-F चीफ शनिवार (4 नवंबर, 2023) को ही कतर पहुँच गए थे।
हमास के आतंकी हमले को पाकिस्तान खुलकर सपोर्ट कर रहा है। यही वजह है कि पाकिस्तान में फिलिस्तीन और हमास के समर्थन में लगातार रैलियाँ निकाली जा रही हैं। ऐसे में कहा जा रहा कि पाकिस्तान के मजहबी नेता मौलाना फजलुर रहमान अरब देशों के नेताओं के साथ मिलकर गाजा पर माहौल बनाने की कोशिश में है।
हमास को भी सता रही मानवाधिकार की चिंता
हमास के आतंकी खालिद मशाल ने कश्मीर राग अलापते हुए कश्मीर की तुलना फिलिस्तीन से की है। रिपोर्ट के अनुसार, मशाल ने कहा कि कश्मीर और फिलिस्तीन में जारी अत्याचार मानवाधिकारों पर एक तमाचा है।”
अब इजरायल में बेगुनाहों का खून बहाने वाले हमास को भी मानवाधिकार की चिंता सता रही है। जबकि आतंकी संगठन हमास यह भूल गया कि कश्मीर के हालात पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद से भी अच्छे हैं, जहाँ कंगाली के साथ रोज-रोज आतंकी हमलों का खौफ बना हुआ है। वहीं कश्मीर में तिरंगा यात्रा निकाली जा रही है। शांतिपूर्ण तरीके से त्यौहार मनाए जा रहे हैं।
पाकिस्तानी मौलाना फजलुर से क्या बोला हमास चीफ
जेयूआई-एफ के प्रवक्ता असलम गौरी ने मौलाना फजलुर रहमान और इस्माइल हानिया के बीच बैठक के बारे में बताते हुए कहा कि दोनों पक्षों ने फिलिस्तीन मुद्दे पर विस्तृत चर्चा की। बैठक के दौरान, हानिया ने मुस्लिमों से इजरायली हमले के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान किया – जिसमें 7 अक्टूबर से लगभग अब करीब 10 हजार फिलिस्तीनियों की मौत का दावा किया गया है। हानिया ने कहा, “यह मुस्लिम उम्माह की जिम्मेदारी है कि वह इजरायली अत्याचारों के खिलाफ एकजुट हो।”
खबर है कि हमास के आतंकी और पाकिस्तान के मजहबी नेताओं के बीच ऐसे समय में मुलाकात हुई जब इजरायली फाइटर जेट लगातार गाजा पट्टी पर हमला कर रहे हैं, जिसमें 7 अक्टूबर से अब तक 4,800 बच्चों सहित 9,770 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं।
गौरतलब है कि गाजा की यह हालत 7 अक्टूबर को हमास के इजरायल पर किए गए आत्मघाती हमलों के बाद हुई है। हमास ने अपने लड़ाकों के लिए गाजा की सुरंगों में पूरी व्यवस्था बना रखी है लेकिन उसने आम लोगों को उनके हालात पर मरने के लिए छोड़ दिया है। हमास ने अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ते हुए कहा है कि वह गाजा के लोगों के प्रति जिम्मेदार नहीं हैं। हालात यह है कि लोग दाने-दाने को मोहताज है। यहाँ तक कि बिजली पानी भी नहीं है।