फिलिस्तीन के इस्लामी विद्वान डॉक्टर मोहम्मद अफीप शदीद (Palestinian Islamic Scholar Dr. Mohammed Afeef Shadid) का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह हिंदुओं और यहूदियों को मारने की बात कर रहा है। शदीद का कहना है कि दुनिया में इस्लाम का राज स्थापित करने के लिए हिंसक आर्मी बनाने की जरूरत है।
शदीद ने यह बयान वेस्ट बैंक में तुल्कर्म शहर के बिलाल बिन रबाह मस्जिद में 17 अगस्त 2022 को दिया था। यह वीडियो अब इंटरनेट पर वायरल हो रहा है। शदीद ने मुस्लिमों के मजहबी किताब कुरान की कई आयतों का हवाला देते हुए कहा कि मुस्लिमों एक हिंसक और आक्रामक सेना का गठन करना चाहिए और गैर-मुस्लिमों को मारकर इस्लाम को पूरी दुनिया में फैलाना चाहिए।
शदीद ने अपनी तकरीर में पर्शिया और बैजेंटाइन साम्राज्य का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि इन दोनों साम्राज्यों पर मुस्लिमों ने इसलिए नहीं हमला किया कि वे लुटेरे थे, बल्कि इन्हें जीतने और वहाँ इस्लाम का राज फैलाने के लिए हमला किया गया था।
शदीद ने कहा, “हम (मुस्लिम) मदीना से फारसी और बैजान्टाइन से लड़ने के लिए इसलिए नहीं निकले, क्योंकि उन्होंने हमारी जमीन पर कब्जा कर लिया और लूट लिया। हमने उनकी जमीन को जीतने के लिए किया और उन्हें इस्लाम में प्रवेश कराकर अल्लाह के धर्म का प्रसार किया।”
शदीद ने कहा कि फिलिस्तीन को सिर्फ वही आजाद करा सकेगा, जो अपने हथियार उठाएगा और इजरायल के तमाम यहूदियों को मार डालेगा। उन्होंने कहा कि जल्दी ने इस दुनिया में एक शक्तिशाली खलीफा का उदय होगा और वह पूरी दुनिया पर राज करेगा और इस्लाम का परचम फहराएगा।
उन्होंने आगे कहा, “उमय्यैद खलीफा के शासन में इस्लामी राज्य 1.10 करोड़ वर्ग किलोमीटर में फैला था। अब्बासिद खलीफा के दिनों में यह 3.30 करोड़ वर्ग किलोमीटर में फैला था। ऑटोमन साम्राज्य में यह एक करोड़ वर्ग किलोमीटर में फैला था।”
पेशे से दंत चिकित्सक डॉ. मोहम्मद शदीद ने आगे कहा, “दूसरा खिलाफत, जो जल्द ही हमारे दिनों में उठेगा, इंशाल्लाह 51 करोड़ वर्ग किलोमीटर तक पहुँच जाएगा, जो पूरे विश्व को कवर करता है।” उन्होंने कहा कि इसके लिए जहाँ कहीं भी बहुदेववादी (जो कई देवताओं को पूजते हैं) मिलें, उन्हें मार डालना चाहिए।
शदीद ने कहा, “हमारा लक्ष्य पूरी दुनिया में अल्लाह के दीन को फैलाना है। हम एक हिंसक सेना बनाएँगे और उन सभी से लड़ेंगे जो अल्लाह को नहीं मानते। हम उन सबसे भी लड़ेंगे, जो अल्लाह और उनके आखिरी पैगंबर के आदेश का पालन नहीं करते। हम तब तक इस लड़ाई को लड़ेंगे, जब तक कि यह संघर्ष खत्म नहीं हो जाता।”