पाकिस्तान के पूर्व स्पिनर दानिश कनेरिया (Pakistani Cricketer Danish Kaneria) ने अपनी टीम के पूर्व साथी और कप्तान शाहिद अफरीदी (Shahid Afridi) पर क्रिकेट खेलने के दौरान हिंदू होने के कारण उनसे दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया है। कनेरिया ने अफरीदी को चरित्रहीन, जालसाज और झूठा इंसान बताया है। इसके साथ ही पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) से अपने खिलाफ लगाए गए आजीवन प्रतिबंध को भी हटाने का अनुरोध किया है।
पाकिस्तान के 41 वर्षीय पूर्व क्रिकेटर दानिश कनेरिया ने कहा कि साल 2013 में उन पर लगाए गए स्पॉट फिक्सिंग के आरोप झूठे थे। इसलिए उन पर से प्रतिबंध हटाकर उन्हें भी एक मौका दिया जाना चाहिए, क्योंकि उन्होंने भी मुल्क के लिए खेला है। बता दें कि पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब अख्तर ने भी खुलासा किया था कि हिंदू होने के कारण कनेरिया के साथ पाकिस्तान टीम ने अन्याय किया था।
न्यूज एजेंसी IANS से बात करते हुए कनेरिया ने गुरुवार (28 अप्रैल 2022) को कहा कि पाकिस्तानी टीम के कप्तान शाहिद अफरीदी ने उनके खिलाफ साजिश रची थी। उन्होंने कहा, “शाहिद अफरीदी ने मुझे हमेशा नीचा दिखाया। वह मुझे बेंच पर रखते थे और वनडे मैच नहीं खेलने देेते थे। वह नहीं चाहते थे कि मैं टीम में रहूँ।”
कनेरिया ने कहा कि शाहिद अफरीदी चरित्रहीन और झूठे व्यक्ति हैं। उनके अच्छे प्रदर्शन से शाहिदी अफरीदी जलते थे और दूसरे खिलाड़ियों को भी उनके खिलाफ भड़काते थे। कनेरिया का कहना है कि इन सब बातों को नजरअंदाज कर वह सिर्फ क्रिकेट पर ध्यान देते थे। अगर शाहिद अफरीदी कप्तान नहीं होते तो वह 18 वनडे मैचों की तुलना बहुत अधिक मैच खेलते।
कनेरिया ने आगे बताया, “मेरे खिलाफ स्पॉट फिक्सिंग के झूठे आरोप लगाए गए थे। मेरा नाम इस मामले में शामिल व्यक्ति के साथ जोड़ा गया था। वह अफरीदी समेत अन्य पाकिस्तानी क्रिकेटरों का भी दोस्त था, लेकिन मुझे इसमें शामिल किया गया था। मैं किसी तरह की फिक्सिंग में शामिल नहीं रहा।”
कनेरिया ने कहा कि शोएब अख्तर पहले व्यक्ति हैं, जिन्होंने उनकी समस्या के बारे में पहली बार सार्वजनिक रूप से बोला था। अख्तर ने खुले मंच से कहा था कि एक हिंदू होने के कारण टीम में कनेरिया के साथ कैसा व्यवहार किया गया था। उन्होंने कहा कि बाद में कई अधिकारियों ने उन पर दबाव डाला, इसके बाद अख्तर ने इस बारे में बात करना बंद कर दिया।
उन्होंने पीसीबी से अपने खिलाफ लगाए गए प्रतिबंध को हटाने का अनुरोध किया, ताकि वे शांति और इज्जत के साथ रह सकें। कनेरिया ने कहा कि पाकिस्तान के लिए खेलना उनके लिए गर्व की बात है और इसके लिए वह PCB के आभारी हैं। उन्होंने कहा कि कई फिक्सर पर से प्रतिबंध हटाया जा चुका है। इसलिए अन्य खिलाड़ियों की तरह उन्हें भी मौका मिलना चाहिए।
बता दें कि 2012 में इंग्लिश काउंटी चैंपियनशिप प्रो-लीग मैचों में स्पॉट फिक्सिंग के दो आरोपों में इंग्लिश एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) द्वारा सभी क्रिकेट से उन पर आजीवन प्रतिबंधित लगा दिया गया था। इसके बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने उन्हें सस्पेंड कर दिया था।
पाकिस्तान के कराची के बेहद गरीब घर में जन्मे कनेरिया साल 2000 और 2010 के बीच 61 टेस्ट मैच खेले, जिनमें 34.79 की औसत से 261 विकेट लिए। उन्होंने 18 वनडे मैचों में 45.53 की औसत से 15 विकेट लिया था। वह टेस्ट क्रिकेट में पाकिस्तान के लिए सबसे अधिक विकेट लेने वाले स्पिनर हैं। कनेरिया क्रिकेटर वसीम अकरम (414), वकार यूनिस (373) और इमरान खान (362) के बाद सर्वकालिक सूची में चौथे स्थान पर हैं। कई मैचों में कनेरिया ने पाकिस्तानी टीम को जिताने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
कनेरिया को लेकर क्या कहा था शोएब अख्तर ने?
पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर शोएब अख्तर ने दिसंबर 2019 में एक चैट शो में स्वीकारा किया था कि दानिश कनेरिया हिंदू थे, इसलिए पाकिस्तानी टीम में उनके साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया जाता था। साथ ही टीम के खिलाड़ी यहाँ तक कहते थे कि दानिश कनेरिया उनके साथ खाना क्यों खाते हैं?
इस दौरान शोएब अख्तर ने यूसुफ योहाना के बारे में बताते हुए कहा था, “यूसुफ के नाम 12 हजार रन दर्ज हैं। मगर, हमने कभी उनका सम्मान नहीं किया। दो-तीन खिलाड़ियों से मेरी लड़ाई भी हुई। मैंने कहा कि अगर कोई हिंदू है तो भी वो खेलेगा और फिर उसी हिंदू ने हमें टेस्ट सीरीज जिताई।”
दानिश कनेरिया का जिक्र करते हुए शोएब ने कहा था, “बात खुल जाएगी, मगर बताना चाहता हूँ कि कुछ खिलाड़ियों ने मुझसे कहा कि दानिश कनेरिया हमारे साथ खाना क्यों खाता है। मैंने उन सभी से कहा कि मैं तुम्हें यहाँ से उठाकर बाहर फेंक दूँगा, तुम अपने घर के कप्तान होगे। वो खिलाड़ी तुम्हें 6-6 विकेट लेकर दे रहा है। इंग्लैंड में दानिश और शमी ने ही हमें सीरीज जिताई थी।”
बता दें कि यूसुफ योहाना मूल रूप से ईसाई थे, लेकिन बाद में अचानक उन्होंने मुस्लिम धर्म अपना लिया था। कहानी तो यह भी चली कि क्रिकेट करियर को लंबा खींचने और प्रताड़ना से बचने के लिए उनके जैसे स्टार खिलाड़ी को भी धर्म परिवर्तन करना पड़ा।