पाकिस्तान में सिख लड़की का अपहरण करके जबरदस्ती इस्लाम कबूल करवाने के मामले पर जहाँ भारत समेत पूरी दुनिया की पाकिस्तान पर निगाहें थी, उस मामले में एक नया मोड़ आ गया है। दरअसल, जानकारी के अनुसार पाक के पंजाब प्रांत में पुलिस ने आरोपित युवक और अन्य के ख़िलाफ़ अपहरण, जबरन धर्मांतरण के आरोप में हुई FIR को रद्द कर दिया है।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो पाकिस्तान में पंजाब प्रांत के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बुधवार (सितंबर 11, 2019) को जानकारी साझा करते हुए कहा, “लड़की और हसन के परिवारों ने एक लिखित समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसमें उन्होंने मामले को आपस में सुलझाने की बात कही है। लड़की के परिवार ने हसन और उसके परिवार के सदस्य एवं मित्रों के खिलाफ सभी आरोप वापस ले लिए हैं, इसलिए उनके खिलाफ प्राथमिकी रद्द हो गई है।”
अधिकारी ने बताया कि इसके बाद हसन और उसके परिवार के कुछ सदस्यों ने समझौता देखते हुए अपनी ऐहतियाती जमानत को भी वापस ले लिया है।
खबरों की मानें, तो इस समझौते में निर्णय लिया गया है कि हसन लड़की को अपने साथ रहने के लिए बाध्य नहीं करेगा और यदि वो कहेगी तो उसे तलाक भी दे देगा। इसके अलावा लड़की के परिवार वालों की ओर से कहा गया है कि जब लड़की उनके पास आएगी, तो वह उसे किसी तरह का नुकसान नहीं पहुँचाएँगे।
सिख लड़की के अपहरण, जबरन धर्मांतरण मामले के आरोपी के खिलाफ दर्ज FIR रद्दhttps://t.co/Q3bXcYIpBJ via @NavbharatTimes #sikhgirl #Pakistan pic.twitter.com/Xu2d06suKP
— NBT Hindi News (@NavbharatTimes) September 11, 2019
यहाँ जानकारी के लिए बता दें कि फिलहाल लड़की अभी भी लाहौर के आश्रयगृह में है। क्योंकि, वह अभी ननकाना साहिब में अपने घरवालों के पास लौटने के लिए मानसिक रूप से तैयार नहीं हैं। लेकिन पुलिस अधिकारी के मुताबिक इस समझौते में इस बात को लेकर सहमति बन गई है कि हसन यदि लड़की को तलाक न भी दे, तो भी वो लड़के के सामने नहीं आएगा और लड़की भी लड़के के सामने नहीं आएगी।
गौरतलब है कि अभी कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर लड़की के घरवालों का वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया उनके मकान पर हमला करके उनकी बेटी को अगवा कर लिया गया हैं और हसन नाम के युवक ने उसे जबरदस्ती इस्लाम कबूल करवाके उससे शादी भी कर ली है। लेकिन इसके बाद लड़की का भी एक वीडियो सामने आया था, जिसमें वो कहते नजर आ रही थी उसने इस्लाम अपनी मर्जी से स्वीकारा है और उस पर किसी का दबाव नहीं है। हालाँकि, उसके हाव-भाव डर को ही बयान कर रहे थे। इस मामले के वायरल होने के बाद भारत में भी इसका खूब विरोध हुआ था और पुलिस हसन के मित्र अरसलान को गिरफ्तार कर लिया था। सिख समुदाय की नाराजगी और कड़े विरोध के बाद पंजाब के मुख्य मंत्री उस्मान बुजदार और गवर्नर चौधरी सरवार ने मामले में हस्तक्षेप किया था। बीच-बीच में खबरे आ रही थीं कि लड़की को उसके घर भेज दिया गया, लेकिन लड़की के भाई ने सही जानकारी देते हुए बताया था कि उनकी बहन न ही घर पहुँची है और न ही मामले में गिरफ्तारी हुई है।