अपराध की सच्ची घटनाओं पर आधारित किताबें पढ़कर और क्राइम शो देखकर एक युवती पर ऐसा जुनून सवार हुआ कि उसने एक महिला शिक्षक की हत्या कर दी। इस युवती की पहचान जंग यू जंग (Jung Yoo Jung) के तौर पर हुई है। वह यह जानना चाहती थी कि हत्या के बाद कैसा अनुभव होता है। कैसे लाश को ठिकाने लगाकर अपराध को छिपाया जाता है।
यह हैरान करने वाली घटना दक्षिण कोरिया के बुसान के जिमजोंग जिले की है। 27 मई को जंग को 20 साल की महिला शिक्षक की हत्या के जुर्म में गिरफ्तार किया गया। शुरुआत में उसने कहा कि बहस के दौरान उसने शिक्षिका को मार डाला। लेकिन बाद में पाया गया कि क्राइम शो और किताबों से पैदा हुए जुनून में उसने इस घटना को अंजाम दिया।
कोरिया टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार घटना 26 मई की है। अपराध की सत्य घटनाओं पर आधारित टीवी शो और किताबों का जंग पर असर था। इस जुनून में उसने हत्या कर महिला के टुकड़े टुकड़े कर दिए। अपराध को छिपाने के तरीकों से रूबरू होने के लिए उसने वास्तविक हत्या का प्लान बनाया। बुसान पुलिस के अनुसार इसके लिए उसने फोन का इस्तेमाल किया। लाइब्रेरी से किताबें लेकर पढ़ी। फिर हत्या को अंजाम दिया।
अपना शिकार खोजने के लिए जंग ने एक ट्यूटर एग्रीगेटर एप्लिकेशन का इस्तेमाल किया। यह ऐप बच्चों के अभिभावकों को प्राइवेट ट्यूटर्स से जोड़ता है। जुंग ने पीड़िता से फोन पर संपर्क किया। उन्हें बताया कि वह नौवीं कक्षा की एक छात्रा की माँ है। उसकी बेटी उनसे अंग्रेजी सीखना चाहती है। फोन पर बातचीत के बाद उसने शिक्षिका को बताया कि उसकी ‘बेटी’ दो दिन बाद उनसे मिलने उनके घर आएगी।
इसके बाद जंग ने एक स्कूल यूनिफॉर्म खरीदी ताकि वह छात्रा की तरह दिख सके। फिर पीड़ित शिक्षिका के घर गई और चाकू मारकर उनकी हत्या कर दी। इसके बाद लाश को ठिकाने लगाने और मौके से क्राइम के सबूत मिटाने के लिए उसने पास के सुपरमार्केट से ब्लीच और सूटकेस खरीदे। लाश के टुकड़े कर सूटकेस में भरा और उसे नदी में फेंक दिया।
जंग ने महिला शिक्षक का मोबाइल फोन, आईडी कार्ड समेत कई अन्य चीजें भी गायब कर दी ताकि यह लगे कि वह गायब हो गई। लेकिन जिस कैब से वह लाश वाला सूटकेस फेंकने नदी तक गई थी उसके ड्राइवर को उसकी हरकतों पर शक हो गया। उसने पुलिस को सूचना दी। इसके बाद जंग के घर से खून से कपड़े और शव के कुछ हिस्से मिले। बताया जा रहा है कि जंग तीन महीने से इस हत्या की प्लानिंग कर रही थी। उसकी पहचान का खुलासा पुलिस ने 1 जून को किया। मृत शिक्षिका की पहचान का खुलासा नहीं किया गया है।