पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश आशिफ सईद खोसा ने पाकिस्तानी फौज के मुखिया जनरल कमर जावेद बाजवा का कार्यकाल बढ़ाने सम्बन्धी आदेश को निलंबित कर दिया है। इस मामले की अगली सुनवाई बुधवार (नवंबर 27, 2019) को होगी। तब तक बाजवा का एक्टेंशन वाला नोटिफिकेशन सस्पेंडेड रहेगा। सुप्रीम कोर्ट ने इस सम्बन्ध में संघीय सरकार, रक्षा मंत्रालय और जनरल बाजवा को नोटिस जारी किया है। बाजवा 29 नवंबर को रिटायर होने वाले थे, लेकिन इमरान ख़ान के नेतृत्व वाली पाकिस्तान सरकार ने अगस्त में उनका कार्यकाल 3 साल के लिए बढ़ा दिया था। इसके ख़िलाफ़ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की गई थी, जिस पर वहाँ के सीजेआई ने सुनवाई की।
सुनवाई के दौरान जस्टिस खोसा ने कहा कि जनरल बाजवा का कार्यकाल बढ़ाने का अधिकार सिर्फ़ राष्ट्रपति को है। इसके बाद पाकिस्तान के अटॉर्नी जनरल ने उन्हें बताया कि राष्ट्रपति की अनुमति के बाद ही पाकिस्तान की कैबिनेट ने ये क़दम उठाया है। जस्टिस खोसा ने इस पर आपत्ति जताते हुए कहा कि 25 कैबिनेट मंत्रियों में से मात्र 11 ने ही जनरल बाजवा का कार्यकाल बढ़ाए जाने वाले आदेश पर हस्ताक्षर किया है। बाकी के 14 मंत्री अनुपस्थित रहे और उन्होंने इस मामले में अपनी राय ज़ाहिर नहीं की है।
SC suspends notification extending tenure of Army chief General Qamar Javed Bajwa
— The News (@thenews_intl) November 26, 2019
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अगस्त में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान के कार्यालय द्वारा जारी किए गए नोटिफिकेशन में कहा गया था कि जनरल बाजवा का कार्यकाल ख़त्म होने के बाद से अगले तीन सालों तक इसकी अवधि बढ़ाई जाती है। जनरल बाजवा को नवंबर 2016 में पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ ने पाक फौज का जनरल नियुक्त किया था। इससे पहले 2010 में युसूफ रज़ा गिलानी की सरकार ने भी तत्कालीन राष्ट्रपति आशिफ जरदारी की अनुमति से उस समय पाक सेनाध्यक्ष रहे जनरल अशफ़ाक़ परवेज कियानी का कार्यकाल 3 वर्षों के लिए बढ़ाया था।
हाल ही में पाकिस्तान से कई ऐसे खबरें आई है जो सेना और इमरान सरकार के बीच दूरी बढ़ने का संकेत दे रहे हैं। कुछ दिनों पहले जनरल बाजवा से मुलाक़ात के बाद इमरान ख़ान अचानक से छुट्टी पर चले गए थे। मीडिया में कहा जा रहा था कि उन्होंने अपने क़रीबी दोस्तों व रिश्तेदारों के साथ क्रिकेट पर चर्चा करते हुए अपनी छुट्टियाँ मनाई। कहा गया था कि इन्हों छुट्टियों के दौरान उन्होंने पाकिस्तान क्रिकेट में ढाँचागत सुधार की रूपरेखा तय की। इसे जनरल बाजवा और ख़ान के बीच मतभेद के रूप में भी देखा गया। कई मीडिया रिपोर्टों में यह भी दावा किया है कि बाजवा अब इमरान की जगह बेनजीर भुट्टो के बेटे बिलावल को आगे कर रहे हैं।