बारबाडोस में T20 विश्व कप जीतने वाली भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम चक्रवात के चक्कर में वहीं फँस गई है। भारतीय टीम के खिलाफ एयरपोर्ट बंद होने के कारण अपने देश भारत वापस नहीं आ पा रहे। उनको मजबूरी में होटल में ही रुकना पड़ा है। बारबाडोस से टकराने वाले इस तूफ़ान का नाम बेरिल है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शनिवार (29 जुलाई, 2024) को जीत हासिल करने के बाद भारतीय टीम को सोमवार (1 जुलाई, 2024) को बारबाडोस से वापस आना था। इसके लिए वह पहले बारबाडोस से न्यूयॉर्क जाते जहाँ से उन्हें दुबई जाना था। इसके बाद दुबई से वह भारत की फ्लाइट पकड़ते। हालाँकि, चक्रवात बेरिल के कारण बारबाडोस का एयरपोर्ट बंद कर दिया गया है।
इस एयरपोर्ट से कोई उड़ान नहीं हो रही है। इस कारण से भारतीय टीम होटल में फँसी हुई है। भारतीय टीम के साथ उनके परिवार भी हैं। इसके अलावा भारतीय टीम का सपोर्ट स्टाफ, कोच राहुल द्रविड़ और BCCI सचिव जय शाह भी यहीं फँसे हुए हैं। यह सभी बारबाडोस के होटल हिल्टन में रुके हैं।
होटल के कामकाज में भी चक्रवात के कारण दिक्कत आ रही है। अब एयरपोर्ट खुलने के बाद ही भारतीय टीम वापस आ सकेगी। यह भी जानकारी सामने आई है कि होटल हिल्टन भी समुद्री तट के काफी नजदीक स्थित है। इसके भी चक्रवात में काफी प्रभावित होने की आशंका है।
BCCI सचिव जय शाह ने इस बीच बारबाडोस से नई दिल्ली के बीच सीधी चार्टर फ्लाइट के प्रयास भी किए हैं। लेकिन इसकी भी उड़ान तभी संभव है जब एयरपोर्ट खुल सके। ऐसे में तब तक उन्हें बारबाडोस में ही रहना होगा। उनके साथ भारत से वर्ल्डकप की कवरेज के लिए गए कई पत्रकार भी यहीं फँसे हैं।
खतरनाक हुआ बेरिल
जिस बेरिल चक्रवात के कारण भारतीय टीम बारबाडोस में फंसी हुई है, वह अत्यंत खतरनाक श्रेणी में डाल दिया गया है। इस चक्रवात के कारण 210 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से हवाएँ चलने की आशंका है। यह चक्रवात बारबाडोस के साथ ही अन्य कैरीबियन द्वीपों को प्रभावित करेगा। इसके कारण समुद्र के लहरों के भी 9 फीट तक उठने की आशंका है। इसके टकराने से बारबाडोस समेत तमाम देशों में भारी बारिश होने की चेतावनी दी गई है। इस चक्रवात के डर से बारबाडोस के लोगों ने अपने घरों पर सुरक्षा के लिए मजबूत तख्तियाँ लगाना चालू कर दिया है।
गौरतलब है कि भारतीय टीम 29 जून, 2024 को आखिरी गेंद तक चले रोमांचक फाइनल मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका को 7 रनों से हरा कर वर्ल्डकप ट्रॉफी पर कब्जा किया था। इस मैच में कई उतार चढ़ाव के मौके आए। दक्षिण अफ्रीका के सलामी बल्लेबाज हेनरी क्लासेन जब तक बैटिंग कर रहे थे, तब तक भारत पीछे दिखाई दे रहा था।
हेनरी क्लासेन इस दौरान 192 की स्ट्राइक रेट से रन बनाए थे। उनके आउट होने के बाद मैच भारत की तारफ पलट गया। भारत ने 13 वर्षों के बाद कोई विश्वकप जीता है। रोहित शर्मा की अगुवाई में यह एक वर्ष के भीतर दूसरा फाइनल मुकाबला था। इस टीम के भारत लौटने पर स्वागत का इंतजाम किया जा रहा है।