तुर्की में पुलिस ने एक महिला को उसके शौहर की हत्या के इल्जाम में गिरफ्तार कर जेल भेजा है। महिला का कहना है कि उसे लंबे समय से प्रताड़ित किया जा रहा था। शौहर उसका रेप करता था और उसे मारता-पीटता था।
मृतक की पहचान 36 साल के रमजाम इपेक (Ramazan Ipek) के तौर पर हुई है। स्थानीय रिपोर्टस के अनुसार, रमजान की बीवी मेलेक इपेक (Melek Ipek) का कहना है कि उसके शौहर ने उसे मारने की धमकी दी थी। साथ ही उसे व उसके बच्चों को कहा था कि वह उनके टुकड़े-टुकड़े करके कुत्तों को खिला देगा।
वह बताती है कि 12 साल के वैवाहिक जीवन में जब कभी भी वो अस्पताल में भर्ती हुई तो उससे यही कहा जाता कि अगर उसने पुलिस को कुछ भी बताया कि उसे मार दिया जाएगा। महिला ने यह भी आरोप लगाया है कि उसका पति उसे मारने से पहले उसका रेप करता और बहुत प्रताड़ित करता था।
तुर्की के एंटाल्या शहर में 7 जनवरी को हुई इस घटना की आरोपित मेलेक के अनुसार उसे अपने शौहर का डर था, इसलिए घरेलू हिंसा को लेकर उसने कभी पुलिस को शिकायत नहीं की। मगर घटना वाले दिन वह इतना डर गई कि उसे गोली चलानी पड़ी।
रिपोर्ट्स के अनुसार, दोनों के दो बच्चे हैं। एक 9 साल का और दूसरा 7 साल का। मेलेक बताती है कि रमजान उससे कहता था, “प्रोटेक्शन ऑर्डर भी तुम्हे नहीं बचा पाएगा। मैं तुम्हारे खिलाफ़ गवाही दूँगा। अगर उन्होंने मुझे जेल में बंद कर दिया तो मैं छूटने के बाद तुम्हें और बच्चों को मार डालूँगा। जब तुम खत्म हो जाओगी तो तुम्हारी लाश का कीमा बनाऊँगा और कुत्तों को खिलाऊँगा ताकि किसी को पता भी न चले कि तुम मर गई हो।”
घटना वाले दिन भी मेलेक को बहुत पीटा गया था। हाथ बाँधकर उसके साथ रेप किया गया। इसके अलावा उसे कई जगह कुल्हाड़ी से काटा गया था। रमजान ने धमकी दी थी कि वापस लौटने के बाद वह उसे खत्म कर देगा।
रमजान का भयावह रूप देख मेलेक डर गई थी, इसलिए उसने उस दिन किसी तरह उस समय खुद को हथकड़ियों से मुक्त कर राइफल उठाई और निशाना दरवाजे पर लगाया। जैसे ही वह लौटा। उसने धमकी दी कि वह अंदर न आए वरना गोली चलेगी। वह तब भी उसके पास आता रहा और मेलेक ने घबरा कर गोली चला दी।
मेलेक के अनुसार, “मैं उसे मारना नहीं चाहती थी, लेकिन कोई अन्य विकल्प भी नहीं था। अगर वो नहीं मरता तो वो मुझे और मेरी बेटियों को मार देता।” लोगों का कहना है कि ये केस स्पष्ट तौर पर सेल्फ डिफेंस का है। लेकिन अभियोजन पक्ष ने इस बिंदु को नकारते हुए उसे आजीवन कारावास की सजा दिलवा दी। बच्चों को एक संस्था को सौंपा गया है। घटना के सामने आने के बाद महिला को रिलीज करने की माँग चल रही है। अब तक इस माँग पर 42,000 लोग हस्ताक्षर कर चुके हैं।