युगांडा में एक मुस्लिम व्यक्ति ने अपनी ईसाई पत्नी के पास बाइबिल देख लिया। इसके बाद कुरान में ‘सजा’ देख कर न सिर्फ उसकी पिटाई की, बल्कि उसे जबरन कीटनाशक भी पिलाया। ज़ुबेदा नबिरये बुगिरि जिले के मतोवु गाँव में रहती हैं और उन्होंने एक मुस्लिम व्यक्ति से शादी की थी। महिला ने बताया कि उसके पति ने उसके सूटकेस में दो बाइबिल देख लिया था – एक अंग्रेजी अनुवाद में और एक स्थानीय भाषा में। इसके बाद वो आग-बबूला हो गया।
उसका पति बार-बार उससे पूछ रहा था कि क्या वो ईसाई मजहब का अनुसरण करती है? 38 वर्षीय महिला ने जवाब दिया कि वो बाइबिल और कुरान के कंटेंट्स की तुलना कर रही थीं और दोनों का ही अध्ययन करती हैं। इसके बाद उसके पति ने कुरान से वो सुरा पढ़ कर सुनाया, जिसमें बताया गया है कि अगर पत्नी अपने पति की बात टालती है तो उसके साथ क्या किया जाना चाहिए। इसके बाद उसने जम कर उसकी पिटाई की, फिर जहरीला कीटनाशक पीने को मजबूर किया।
उसने उसे फंगीसाइड Dithane M-45 लेने के लिए कहा। उसका पति उसके मुँह में ये केमिकल डालते हुए छड़ी से लगातार उसकी पिटाई कर रहा था। इसके बाद वो बेहोश हो गईं। उसके पति ने उसे बेहोश देख कर उसे केले के एक पेड़ के नीचे फेंक दिया। वहीं पर उसके पड़ोसियों ने उसे खून से लथपथ और उल्टियाँ करते हुए देखा। वो लगातार रो रही थीं। फ़िलहाल उसे अस्पताल में इलाज के बाद एक ईसाई परिवार के साथ रखा गया है।
महिला ने बताया कि वो अपने पति से दूर रहना चाहती है, लेकिन उसके 19, 16 और 9 साल के तीन बच्चे हैं, जिनके बारे में वो हमेशा सोचती रहती है। इसी डर से उसने पुलिस में कोई मामला भी नहीं दर्ज कराया है। ईसाई बहुल युगांडा में मुस्लिम नेता अक्सर दावा करते हैं कि वो जल्द ही बहुमत में आएँगे। कई ईसाईयों को वहाँ प्रताड़ित किए जाने की घटनाएँ सामने आ रही हैं। अक्टूबर 31 को एक चर्च के पादरी को पीट-पीट कर मार डाला गया था।
Uganda: A 38-year-old mother put her faith in Christ 3 months before her husband found her Bible. He “began reading verses in the Koran that allowed men to beat their wives, and started beating me. He forced me to take Dithane M-45,” a toxic pesticide. https://t.co/V5qwlvQih0 pic.twitter.com/pmiIUomYqi
— Order of St. Andrew (@OrderStAndrew) December 20, 2020
इसके बाद नवंबर में कुछ मुस्लिमों ने एक अन्य पादरी की उसके बेटे सहित हत्या कर दी थी। पादरी की पत्नी ने बताया भी था कि इस्लाम की आलोचना करने के कारण उन्हें अक्सर धमकियाँ आती थीं। इसी तरह का एक अन्य मामला भी युगांडा में ही सामने आया है, जहाँ नमुतबि नामक महिला का उसके मुस्लिम पति ने गला दबाया और फिर तलाक दे दिया। उसने जल्द ही दूसरी शादी भी कर ली। उसने अपने पति से दहेज़ में 180 डॉलर और 13 गायें ली थी, जिसे उसे अब लौटाना होगा।
स्थानीय शेखों ने कहा है कि अगर वो पेमेंट नहीं करती हैं तो उन्हें जेल जाना होगा। ये महिला अपने तीन बच्चों के साथ उनके भरण-पोषण का जिम्मा उठाए हुए है। ब्रेंडा नमुतबि ने एक चर्च में ईसाई धर्म अपनाया था। बुड़ुका जिले में जूलियस मूसीसी नामक 16 वर्षीय युवती को सिर्फ इसीलिए मार डाला गया था, क्योंकि उसने इस्लाम कबूल करने से इनकार कर दिया। युगांडा की मीडिया के अनुसार, वहाँ के ईसाई अब डरे हुए हैं।