ब्रिटेन की राजधानी लंदन में मोहम्मद असगर को दो लड़कों का यौन शोषण करने और मानसिक रूप से प्रताड़ित करने के आरोप में 10 साल की सजा सुनाई गई। वह एक मस्जिद और इस्लामिक सेंटर में कुरान पढ़ाता था। असगर ने यह अपराध बीते 3 सालों में किया।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, लंदन की क्रॉयडन क्राउन कोर्ट में हुई सुनवाई के दौरान एक पीड़ित की ओर से अदालत को बताया गया कि आरोपित मोहम्मद असगर उसे जबरन चूमता था और उसके मुँह में अपनी जीभ डाल देता था। असगर ने बीते 3 सालों में उसके साथ कई बार ऐसा किया।
UK: Asgar, 68, Quran teacher at Croydon Mosque has been convicted and sentenced to jail for 10 years for attempting to Rape and sexually assaulting two children for more than 3 years. He used to make them sit on his lap, rub his erected p*n*s against them. pic.twitter.com/3e3FUEIXKi
— Facts (@BefittingFacts) March 11, 2023
वहीं एक अन्य पीड़ित ने कोर्ट में कहा था कि मोहम्मद असगर उसके कपड़े उतारकर कभी उसे सोफे पर बैठाता तो कभी झुका लेता था। इसके बाद अपना गुप्तांग उसके रगड़ता था और उसके साथ बलात्कार करने का प्रयास करता था। दोनों पीड़ितों में से एक महज 13 साल का है, जिसके घर पर ही असगर ने यौन शोषण किया था।
एक पीड़ित का कहना है कि उसके साथ जो भी हुआ है उससे उसके जीवन पर बहुत बुरा असर हुआ। यौन उत्पीड़न के कारण खासतौर से उसके मानसिक स्तर पर गहरा आघात हुआ। वह एक ऐसी स्थिति में पहुँच गया था जहाँ उसे कुछ भी करने की इच्छा नहीं हो रही थी। वहीं, एक अन्य पीड़ित ने कहा कि इस घटना के बाद से वह लोगों पर भरोसा नहीं कर पा रहा था। साथ ही उसकी पढ़ाई का भी बहुत अधिक नुकसान हुआ।
सुनवाई के बाद अदालत ने मोहम्मद असगर को दोनों लड़कों का यौन शोषण करने और मानसिक रूप से प्रताड़ित करने के आरोप में मोहम्मद असगर को 10 साल की सजा सुनाई। हालाँकि सजा सुनाए जाने के बाद भी मोहम्मद असगर खुद को बेगुनाह बताता रहा। उसके वकील ने कहा कि यौन उत्पीड़न के आरोपों के कारण मोहम्मद असगर का चरित्र और उसकी प्रतिष्ठा को ठेस पहुँची है।