जेल में बंद भारतीय छात्र विशाल जूड को 15 अक्टूबर 2021 को रिहा करने का आदेश ऑस्ट्रेलिया की एक अदालत ने दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक, एनएसडब्ल्यू विभाग के लोक अभियोजकों ने जूड पर लगाए के आठ नस्लीय आरोपों को हटा दिया है। इस मामले में ऑपइंडिया ने जूड के वकील से उसकी रिहाई की पुष्टि की है।
विशाल को कथित तौर पर 16 सितंबर 2020 और 14 फरवरी 2021 के बीच हुए झगड़ों के तीन मामूली आरोपों के लिए दोषी ठहराया गया। अंतिम सुनवाई के दौरान अदालत में विशाल के वकील ने जूड को खालिस्तानियों द्वारा उकसाए जाने का वीडियो भी पेश किया। इसी वीडियो के कारण यह विवाद हुआ था। जिन आरोपों के लिए जूड को दोषी ठहराया गया है उसके लिए उनकी गिरफ्तारी के दिन 16 अप्रैल 2021 से छह महीने की जेल की सजा सुनाई गई थी। इस तरह अब जूड की सजा 15 अक्टूबर 2021 को समाप्त होगी।
क्या है मामला
ऑस्ट्रेलिया में पढ़ाई कर रहे हरियाणा के 24 वर्षीय विशाल जूड को 16 अप्रैल को सिडनी में तीन आपराधिक घटनाओं में कथित रूप से शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। भारतीय राष्ट्रवादियों के एक समूह की ऑस्ट्रेलिया में खालिस्तानियों के साथ झड़प के बाद ऑस्ट्रेलियाई पुलिस अधिकारियों ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस ने संपत्ति को नुकसान पहुँचाने और मारपीट के आरोप में गिरफ्तार किया था।
कथित तौर पर, विशाल पर तीन अपराधों का आरोप लगाया गया है, जो कथित तौर पर 16 सितंबर 2020 और 14 तथा 28 फरवरी 2021 को हुए थे। दिलचस्प बात यह है कि खालिस्तानियों को तीनों मामलों में ‘पीड़ित’ के रूप में नामित किया गया था। गिरफ्तारी के बाद से ही उनकी रिहाई की माँग हो रही थी। इसको लेकर जून में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर से बात रिहाई सुनिश्चित करने के लिए हस्तक्षेप करने की माँग की थी। इसके बाद विदेश मंत्रालय ने जल्द उनकी रिहाई का भरोसा दिलाया था।
बहरहाल विशाल के भाई ने ऑस्ट्रेलिया टुडे से कहा, “बजरंग बली की कृपा से विशाल जल्द ही हमारे साथ होंगे, हम सिडनी जेल से उनकी रिहाई की उम्मीद कर रहे हैं।”