जम्मू कश्मीर में सुरक्षाबलों की तैनाती से आतंकवादी एक बार फिर बड़ी घटना को अंजाम देने में नाकाम हो गए। 16 घंटे चली इस मुठभेड़ के बाद सुरक्षाबलों ने तीन आतंकियों को मार गिराया। पड़ताल में पता चला कि गणतंत्र दिवस से पहले आतंकी जम्मू कश्मीर में किसी बड़े हमले की योजना बना रहे थे।
जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी किलो फोर्स) एचएस साही ने बुधवार (दिसंबर 30, 2020) को श्रीनगर मुठभेड़ खत्म होने के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए ये बात कही। उन्होंने कहा कि ये आतंकी किस संगठन से हैं और इनकी पहचान क्या है, पुलिस इसका पता लगा रही है और जल्द ही इनकी पहचान बता दी जाएगी।
The kind of ammunition terrorists used against the forces throughout the night reflects that they were planning something huge near the National Highway. The identities of slain terrorists are yet to be ascertained: Major General HS Sahi (GoC Kilo Force) on Srinagar encounter pic.twitter.com/bb0UseoMGi
— ANI (@ANI) December 30, 2020
उन्होंने बताया कि सुरक्षा एजेंसियों से उन्हें पिछले कई दिनों से सूचनाएँ मिल रही थीं कि आतंकवादी श्रीनगर-बारामुला हाईवे पर हमले की ताक में बैठे हैं। इतना ही नहीं, कई आतंकियों को हाईवे के साथ सटे इलाकों में भी देखा गया था। बस इसी सूचना के बाद से ही सुरक्षाबलों ने अपने तंत्रों को सक्रिय कर दिया था।
कल ही सुरक्षाबलों को पता चला कि 2 से 3 आतंकवादी श्रीनगर बारामुला हाईवे पर स्थित एचएमटी क्षेत्र के लवेपोरा इलाके में नूरा अस्पताल के सामने वाले घर में हैं। जीओसी कहते हैं कि उन्हें जानकारी की जैसे ही पुष्टि हुई, सेना की 2 आरआर बटालियन, पुलिस और सीआरपीएफ का संयुक्त दल मौके पर पहुँची और सभी आतंकियों से आत्मसमर्पण के लिए कहा।
जब जवाब में आतंकियों ने अंधाधुंध गोली दागी, तब अंधेरे के कारण ऑपरेशन को रोक दिया गया, लेकिन घेराबंदी कम नहीं हुई। सुबह के उजाले में मुठभेड़ दोबारा शुरू हुई और करीब 11:30 बजे तीनों आतंकी मार गिराए गए। तीनों के शव को कब्जे में ले लिए गए हैं।
उन्होंने मुठभेड़ का हवाला देकर कहा कि जिस प्रकार आतंकी सुरक्षाबल पर हमला कर रहे थे, उसे देख पता चलता है कि वह किसी बड़े हमले की योजना तैयार कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आतंकी हाईवे के पास ठिकाना इसलिए चुनते हैं ताकि हमले को अंजाम देकर वह भीड़भाड़ वाले इलाके से फरार हो जाएँ।
जीओसी साही ने बताया, “26 जनवरी (गणतंत्र दिवस) आ रही है। आतंकी इस बीच बड़े हमले की योजना बना अपनी उपस्थिति जाहिर करना चाहते हैं लेकिन हम सतर्क हैं। उनकी सभी योजनाओं को विफल कर देंगे। मारे गए आतंकवादियों के पास से एक एके-47 राइफल, दो पिस्तौल और कुछ हथगोले बरामद किए गए हैं।”
बता दें कि इसके अलावा प्रदेश की पुलिस और सेना ने मेंढर सब डिवीजन में बालाकोट सेक्टर के डब्बी गाँव में एलओसी पर झाड़ियों में रखे 2 पिस्टल, 70 कारतूस और 2 ग्रेनेड बरामद किए हैं। हथियार और गोला-बारूद पाकिस्तानी हैंडलर्स के इशारे पर रखे गए थे।