आतंकवादी संगठन ISIS में शामिल हुईं जर्मनी की 19 साल की लियोनोरा अब अपने घर लौटना चाहती हैं। वह जब 15 साल की थीं तब उन्होंने अपना घर छोड़कर ISIS ज्वाइन किया था। आतंकवाद पर लगाम लगाने के लिए अमेरिकी सैनिक लगातार सीरिया और ईराकी सीमा के पास मैजूद ISIS के आतंकियों खि़लाफ़ लड़ रहे हैं।
लियोनोरा फिलहाल यहाँ के एक नजदीकी गाँव में रह रही हैं, जो अमेरिकी सैनिकों के कब्जे में है। बता दें कि, लियोनोरा की तरह हजारों बच्चों और परिवारों के भविष्य का कुछ पता नहीं है कि क्या होगा? लियोनोरा के दो छोटे-छोटे बच्चे भी हैं। वह रोते हुए बताती हैं कि वह जब 15 साल की थी तब वह सीरिया आई थी, उन्होंने अपना धर्म परिवर्तन कर लिया था।
लियोनोरा कहती हैं कि ‘अब समय आ गया है जब घर लौट जाया जाए।’ वह कहती हैं, मैं पहले आतंकवादी समूह डी-फैक्टो सीरियाई के लिए एक गृहणी के तौर पर काम करती थी। बता दें कि सीरिया के कुर्दिश अधिकारियों ने ISIS के सैकड़ों लड़ाकों को फ़िलहाल हिरासत में रखा है। साथ ही उनके हजारों पत्नियों और बच्चों को विस्थापितों के शिविरों में रखा गया है।
कुर्द के अधिकारी बार-बार पश्चिमी सरकारों से अपने इन नागरिकों को वापस लेने के लिए कहते रहे हैं। लेकिन उनकी सरकार कोई दिलचस्पी नहीं ले रही है। लियोनोरा बताती हैं कि उन्होंने जर्मनी के आतंकी मार्टिन लेमके से शादी की थी और उनकी तीसरी पत्नी बनीं थीं।
बता दें कि, अमेरिकी सुरक्षाबलों ने उनके पति लेमके को हिरासत में ले रखा है। वह दावा करती हैं कि लेमके ने ISIS के लिए एक तकनीशियन के रूप तकनीकी सामान, कंप्यूटर, मोबाइल की मरम्मत का काम किया। वह कहती हैं कि अब वह अपनी जिंदगी आजादी से जीना चाहती हैं, आईएसआईएस में शामिल होने को वह अपनी सबसे बड़ी गलती बताते हुए कहती हैं कि वह अब अपने परिवार के पास जर्मनी लौटना चाहती हैं, उन्हें अपनी इस हरक़त पर बहुत पछतावा है।