कॉन्ग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय झा ख़ुद को नचनिया मानते हैं। ऐसा उन्होंने एक बार नहीं बल्कि तीन बार कहा है। हाँ, नृत्य की विधा हर बार बदल जाती है। एक वित्त मंत्री के समय वे एक ही नृत्य विधा में पारंगत होते हैं और जैसे ही दूसरा वित्त मंत्री आता है, वह ख़ुद को किसी और नृत्य विधा में पारंगत बताते हैं। उदाहरण के लिए हम यहाँ तीन ट्वीट लेकर आए हैं। ये तीनों ट्वीट के समय देश के वित्त मंत्री अलग-अलग थे। लेकिन हाँ, सरकार राजग की ही थी।
सबसे पहले इस ट्वीट को देखिए। यह उनका ताज़ा ट्वीट है, जिसमें उन्होंने ख़ुद को नचनिया घोषित किया है। सोमवार (अगस्त 26, 2019) को उन्होंने लिखा कि अगर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अर्थशास्त्री हैं तो वो एक बेली डांसर हैं। बेली डांस को अरबी डांस भी कहा जाता है, जिसकी शुरुआत मिस्र से हुई थी। इस नृत्य विधा में सारा ज़ोर नृत्य करने वाले की धड़ पर होता है क्योंकि सारे मूवमेंट्स उसके प्रयोग से ही किए जाते हैं। ये रहा संजय झा का ट्वीट:
Seriously, if Nirmala Sitharaman is an economist I am a belly dancer.
— Sanjay Jha (@JhaSanjay) August 26, 2019
ऑल इंडिया प्रोफेशनल कॉन्ग्रेस, महाराष्ट्र के अध्यक्ष संजय झा के अब दूसरे ट्वीट पर गौर कीजिए। यह ट्वीट उन्होंने मार्च 26, 2019 को किया था। उस समय वित्तमंत्री अरुण जेटली थे, जिनका हाल ही में निधन हो गया। इस ट्वीट में झा ने लिखा कि अगर अरुण जेटली अर्थशास्त्री हैं तो वो एक बैलेट डांसर हैं। बैलेट डांस 15वीं सदी में इटली के उद्भव के साथ लोकप्रिय हुआ और फ्रांस एवं रूस में जाकर इसने कॉन्सर्ट डांस का रूप ले लिया। खैर, आप ट्वीट देखिए:
If Arun Jaitley is an economist then I am a ballet dancer.
— Sanjay Jha (@JhaSanjay) March 26, 2019
अब आते हैं फ़रवरी 3, 2019 को उनके द्वारा किए गए ट्वीट पर। उस दौरान पीयूष गोयल ने कार्यवाहक वित्त मंत्री के रूप में अंतरिम बजट पेश किया था। पूर्ण बजट चुनाव के बाद नई वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पेश किया। पूर्णकालिक बजट के दौरान संजय झा ने फिर ख़ुद को नचनिया घोषित किया। हाँ, उनकी डांस विधा बदल कर अबकी स्वदेशी हो गई। हो सकता है कि कई लोगों को इसमें अच्छे दिन भी नज़र आएँ क्योंकि अरब और फ्रांस से डांस विधा लाने वाले संजय झा ने अबकी स्वदेशी डांस का जिक्र किया।
संजय झा ने लिखा कि अगर पीयूष गोयल अर्थशास्त्री हैं तो वो कथक डांसर हैं। उत्तर भारत के कथाकारों और पौराणिक कहानीकारों ने इस नृत्य विधा को लोकप्रिय बनाया। वे इस नृत्य के माध्यम से पौराणिक कहानियों को पेश करते थे। यह भारतीय क्लासिक डांस के अंतर्गत आता है। ये रहा संजय झा का ट्वीट:
My piece: If Piyush Goyal is an economist, I am a Kathak dancer at ‘interim budget’ 2019. #AakhriJumlaBudget https://t.co/W7cOu5z24f
— Sanjay Jha (@JhaSanjay) February 3, 2019
राजनीति और नृत्य में पारंगत होने के अलावा संजय झा क्रिकेट नेक्स्ट नामक वेबसाइट के संस्थापक भी हैं। हो सकता है कि कल को अगर देश को नया वित्त मंत्री मिल जाए तो वह ख़ुद को स्ट्रिपटीज डांस में ही पारंगत न घोषित कर दें! या फिर वह अबकी पोल डांस भी चुन सकते हैं। खैर, आपने टीवी पर अक्सर उन्हें न्यूज़ डिबेट्स में भाग लेते देखा होगा और वह पहले से ही सुर्ख़ियों में रहते आए हैं।