रिया चक्रवर्ती में इंडिया टुडे ने खोजा ‘हेडमास्टर का बेटा’ वाला किस्सा, इमेज बिल्डिंग पर बेजोड़ ध्यान

रिया की इमेज बिल्डिंग की कोशिश (साभार: इंडिया टुडे)

आतंकी बुरहान वानी को जब सेना ने मार गिराया था तो मीडिया गिरोह ने उसके गुनाहों पर पर्दा डालने के लिए उसे ‘हेडमास्टर का बेटा’ बताकर खूब प्रचारित किया था। अब सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले की मुख्य आरोपित रिया चकवर्ती का भी उसी तर्ज पर इमेज बनाने की कोशिश हो रही है।

इंडिया टुडे ने अपने एक्सक्लूसिव खुलासे में उस स्कूल और हेडमास्टर को खोज निकाला है, जिसमें एक समय रिया की स्कूलिंग हुई थी। वैसे यह चौंकाता नहीं है, क्योंकि टाइम्स नाउ की पत्रकार नविका कुमार ने खुलासा किया है कि कैसे रिया के इंटरव्यू के बदलने उनसे जुड़े एक शख्स ने उनके बदले में पॉजीटिव खबरें चलाने की पेशकश की थी।

रिया की इमेज बिल्डिंग की यह कोशिश राजदीप सरदेसाई को उनका ‘सुपर एक्सप्लोसिव इंटरव्यू’ मिलने के बाद की गई है। वैसे राजदीप के इस साक्षात्कार को भी लोग पीआर स्टंट बताते हुए उसे प्रायोजित करार दे रहे हैं।

इस खुलासे में इंडिया टुडे ने रिया पर लगे इल्जामों को पोछने की कोशिश की है। रिपोर्ट में बताया गया कि साल 2002-2007 के बीच में रिया ने आगरा में टॉप रेटेड स्कूलों में से एक कैथोलिक कॉन्वेंट स्कूल में पढ़ाई की, जिसका जिक्र उन्होंने खुद कभी नहीं किया। लेकिन रिया की छाप ऐसी थी कि उनकी स्कूलमेट्स उन्हें भूले नहीं, इसलिए इंडिया टुडे उनकी वो कहानी ढूँढ लाया।

इस रिपोर्ट में बताया गया है कि जब उन्होंने स्कूल से संपर्क किया तो रिया के स्कूलमेट ने उसे उस लड़की के रूप में याद किया जो खेल और अन्य स्कूल गतिविधियों में काफी एक्टिव थी। एक स्कूलमेट ने दावा किया कि वो क्लास रिप्रेजेंटेटिव के तौर पर स्कूल पार्लियामेंट का हिस्सा थी। बहुत सारे सीनियर उसके दोस्त थे।

वहीं, क्लास 5वीं से 9वीं तक रिया को पढ़ाने वाले स्कूल के टीचर्स में से एक ने दावा किया कि रिया पढ़ाई में काफी अच्छी थीं। वो क्लास में बहुत एक्टिव थी। वो स्कूल में अपने टीचर्स और सीनियर्स की फेवरेट थी।

उन्होंने कहा, “क्लास में पहले दिन रिया ने खुद को ऐसे इंट्रोड्यूस किया जैसे वो पैराशूट हेयर ऑयल के विज्ञापन में फीचर की गई हो। उस उम्र में भी लड़की आत्मविश्वास से भरी थी और क्लास में वो जिस तरह से बातचीत करती थी, उससे उसकी इंटेलिजेंसी साफ दिखती थी। वो टीचर्स के द्वारा पूछे गए हर सवाल का जवाब देने की कोशिश करती थी।”

इसके बाद रिपोर्ट में एक अन्य टीचर का जिक्र किया गया है। उन्होंने बताया कि रिया स्कूल की महिला बास्केटबॉल टीम की सबसे जूनियर सदस्यों में से एक थीं। पाँच लड़कियाँ जो उनके साथ टीम में थीं अब गजेटेड ऑफिसर हैं। उनमें से कुछ भारतीय सेना में हैं। जबकि रिया ने आगे बढ़कर ग्लैमर की दुनिया में अपना नाम बनाया।

साभार: इंडिया टुडे

इस स्कूल के प्रिंसिपल का भी बयान इंडिया टुडे ने लिया और बताया कि प्रिंसिपल ने ही यह पुष्टि की है कि रिया 2002-2007 तक स्कूल में पढ़ी। रिपोर्ट में कहा गया कि स्कूल के प्रिंसिपल फादर भास्कर जेसुराज हैं। जब रिया पढ़ती थीं, तब स्कूल के प्रिंसिपल फादर Joseph Dabre थे। उसके बाद उनका ट्रांसफर हो गया है।

गौरतलब है कि एक ओर जब चारों ओर से रिया चक्रवर्ती पर सुशांत सिंह मामले में शक गहराता जा रहा है, उस समय इंडिया टुडे के बैनर तले राजदीप सरदेसाई को दिया गया ‘मार्मिक साक्षात्कार’ और फिर रिया से जुड़े ऐसे खुलासे इस केस से किस तरह संबंध रखते हैं- ये अपने आप में एक बड़ा सवाल है। इसके अलावा एक प्रश्न यह भी है कि क्या रिया चक्रवर्ती की इमेज बिल्डिंग के लिए इंडिया टुडे एड़ी-चोटी का जोर लगाने पर उतर आया है। फिर चाहे उसकी खुद की निष्पक्षता पर क्यों न सवाल उठने लगे?

बता दें, इससे पहले इंडिया टुडे का यह कारनामा राहुल गाँधी को लेकर भी सामने आया था। उस समय इंडिया टुडे ने गलत आँकड़े दिखाकर राहुल गाँधी की वीडियो पर झूठ फैलाया था। हालाँकि ये बात और थी कि सोशल मीडिया पर पारदर्शिता के कारण उनका यह सच उजागर हो गया।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया