मुंबई के तीन ट्रेवल एजेंटों के खिलाफ हज के नाम पर 1.1 करोड़ की ठगी का मामला सामने आया है। जानकारी के मुताबिक इन तीनों ने पिछले साल 50 लोगों को हज पर भेजने के नाम पर 1.1 करोड़ रुपए हड़प लिए। इसका खुलासा तब हुआ, जब 7 फरवरी 2020 को बेंगलुरू के आरटी नगर निवासी कारोबारी नूरुल्ला रहीम ने पुलिस से शिकायत की। उन्होंने मुंबई में आसरा एंटरप्राइजेज चलाने वाले अमीद हसन और यूसुफ हसन के साथ ही उसके एक स्टाफ इकबाल के खिलाफ मामला दर्ज कराया है।
शिकायत में नूरुल्ला ने कहा कि उसने और उसके रिश्तेदारों ने हज पर जाने की योजना बनाई थी। इसके लिए जनवरी 2019 में उन्होंने आरोपितों से संपर्क किया था। नूरुल्ला ने बताया कि आरोपित का नंबर उसे ऑनलाइन मिला था।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया, “नूरुल्ला को आरोपितों ने कहा कि वे उसे और उसके 49 रिश्तेदारों को हज पर भेज सकते हैं। इसके लिए उन्होंने प्रति व्यक्ति 3.2 लाख रुपए का खर्च बताया। नूरुल्ला ट्रैवल एजेंट की बातों से सहमत हो गया और उसने मुंबई के आसरा एंटरप्राइजेज ऑफिस में कूरियर के माध्यम से 50 पासपोर्ट भेजे। इसके साथ ही उसने फरवरी 2019 में एडवांस के तौर पर उसके बैंक अकाउंट में 6 हजार रुपए भी जमा कराए।”
पुलिस ने आगे बताया कि नूरुल्ला ने दावा किया है कि उसने और उसके रिश्तेदारों ने जनवरी से अगस्त 2019 के बीच कई किश्तों में कुल 1.1 करोड़ रुपए आरोपित के खाते में जमा कराए। नूरुल्ला ने अपनी शिकायत में कहा, “हाल ही में मैंने आरोपित से वीजा और एयर टिकट भेजने के लिए कहा। इस पर अमीद ने कहा कि वीजा और एयर टिकट जल्द ही हमारे पास पहुँच जाएँगे, लेकिन उन्होंने कूरियर के जरिए हमारा पासपोर्ट वापस कर दिया। इसके बाद जब हमने उनसे संपर्क करने की कोशिश की तो हमने पाया कि उनके फोन स्विच ऑफ थे।”
आरटी नगर पुलिस ने तीनों के खिलाफ धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश का मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस के मुताबिक, शिकायतकर्ता ने 6 लाख रुपए का भुगतान बैंक ट्रांजेक्शन के माध्यम से किया था, जबकि बाकी की राशि नकद में दिए थे। पुलिस ने शिकायतकर्ता को मामले से संबंधित और भी डॉक्यूमेंट्स उपलब्ध कराने के लिए कहा है। एक पुलिस अधिकारी ने कहा, “हम संदिग्धों को पूछताछ के लिए बुलाएँगे और उनके खिलाफ सबूतों के आधार पर कार्रवाई करेंगे। जाँच जारी है।”