उरी में सेना ब्रिगेड हेडक्वार्टर्स पर हमले (18 सितंबर 2016) की बरसी से पहले सेना ने कश्मीर में बड़े हमले की आतंकी साजिश को नाकाम कर दिया है सेना ने जम्मू-कश्मीर के गडीकल के करेवा इलाके से गुरुवार (सितंबर 17, 2020) को 52 किलोग्राम विस्फोटक बरामद किया।
खुफिया जानकारी के आधार पर 42 राष्ट्रीय राइफल्स ने गुरुवार सुबह 8 बजे करेवा इलाके में एक संयुक्त जाँच अभियान शुरू किया। सर्च के दौरान टीम ने एक पानी टंकी से विस्फोटक से भरे 416 पैकेट बरामद किए। हर पैकेट का वजन 125 ग्राम था, यानी कुल 52 किलोग्राम विस्फोटक था।
Big. 52 kg explosives intercepted in Gadikal area, J&K, possibly averting another Pulwama-style attack, say officials. Found in a dug-in Sintex tank: 416 packets of 125 gram explosives + 50 detonators. Location 9km from general area where 2019 Pulwama attack happened. pic.twitter.com/bOtw0Y4Hzb
— Shiv Aroor (@ShivAroor) September 17, 2020
सेना की ओर से जारी बयान में यह भी बताया गया कि सर्च ऑपरेशन में ऐसा ही एक और टैंक मिला। उस टैंक में करीब 50 डेटोनेटर्स थे। सेना के अधिकारियों ने बताया कि ये विस्फोटक जिस जगह से बरामद किए गए हैं, वह स्थान साल 2019 में हुए पुलवामा आंतकी हमले की जगह से सिर्फ 9 किलोमीटर दूर है।
#BREAKING: Forces avert another Pulwama type terror attack. In a joint Search op launched at 8am today in Karewa area of Gadikal, a dug in Syntax Tank was spotted. In total 52 Kgs of explosive have been recovered. There were 416 pkts of explosives with each pkt of 125gm. pic.twitter.com/NUTyne95Yp
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) September 17, 2020
सेना के एक अधिकारी ने कहा, “हमने पुलवामा जैसा एक और हमला टाल दिया है।’ अधिकारियों ने बताया कि तलाश अभियान के दौरान सुबह करीब आठ बजे पानी की एक टंकी से विस्फोटक बरामद किए गए।” उन्होंने कहा कि इन विस्फोटकों को ‘सुपर-90’ या ‘एस-90’ के नाम से जाना जाता है।
कब हुआ था पुलवामा हमला?
बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी 2019 को सीआरपीएफ के काफिले पर बड़ा हमला हुआ था। पुलवामा के अवंतिपोरा में हुए इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान वीरगति को प्राप्त हो गए थे। इस हमले में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने आईईडी से भरी एक कार का इस्तेमाल किया था, जिसे सीआरपीएफ जवानों के काफिले से लड़ा दिया गया था।
इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान बेस्ड आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी। इस हमले को पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने करवाया था। इस हमले के बाद भारत ने बालाकोट एयरस्ट्राइक करते हुए कई आतंकियों को मार गिराया था।
एनआईए ने पुलवामा हमले में आत्मघाती हमलावर के कई साथियों को गिरफ्तार किया था। खबरों की मानें तो एनआईए ने चार्जशीट में बताया है कि हमले में इस्तेमाल किया गया आरडीएक्स (RDX) पाकिस्तान से ही घाटी में लाया गया था। एनआईए ने चार्जशीट में आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर और उसके भाई अब्दुल रऊफ असगर को आरोपी बनाया है।
इसके अलावा चार्जशीट में मारे गए आतंकवादी मोहम्मद उमर फारूक, आत्मघाती हमलावर आदिल अहमद डार और पाकिस्तान से सक्रिय अन्य आतंकवादी कमांडर के नाम भी शामिल हैं। ये सभी नाम अब तक गिरफ्तार किए गए 6 आरोपितों के अलावा शामिल किए गए हैं।
उरी हमला भी जैश के आतंकियों ने ही अंजाम दिया था। इस हमले में 19 सैनिक बलिदान हो गए थे। घंटो चली मुठभेड़ के बाद सेना ने हमला करने वाले आतंकियों को मार गिराया गया था। इस हमले के बाद ही पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक की गई थी।