जम्मू कश्मीर के वायुसेना स्टेशन पर दो ड्रोन से विस्फोट के मामले को अब NIA को सौंप दिया गया है। ‘राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG)’ के एक बॉम्ब स्क्वाड टीम ने जम्मू एयर फोर्स स्टेशन पर जाकर उस जगह का मुआयना किया, जहाँ विस्फोट हुआ था। आशंका है कि इस ब्लास्ट में RDX या TNT जैसे पदार्थों का प्रयोग किया गया था। इन ड्रोन्स को सीमा पार पाकिस्तान से नियंत्रित किया जा रहा था। इसमें स्थानीय स्तर पर कौन-कौन शामिल हैं, इसकी जाँच की जा रही है।
जम्मू के रत्नुचक-कालुचक वायुसेना स्टेशन पर ड्रोन से हमले के एक दिन बाद ही सीमा पर एक और ड्रोन दिखा। सोमवार (जून 28, 2021) की रात कुंजवानी क्षेत्र में ड्रोन की सक्रियता पकड़ी गई। ये लगातार तीसरी बार ऐसा हो रहा है, जब इस क्षेत्र में ड्रोन देखा गया हो। साथ ही लगातार दो दिन इस तरह की गतिविधियाँ शंका पैदा करने वाली हैं। सैन्य प्रतिष्ठानों में एंटी-ड्रोन बंदूकों के साथ कमांडो को तैनात किया गया है।
खतरे को देखते हुए किसी भी प्रकार के ड्रोन को उड़ते देख कर उस पर हमला करने का आदेश दिया गया है। सभी सेना मुख्यालयों, यूनिटों और कैम्पों में जवानों को एलर्ट पर रखा गया है। कुंजवानी, पुरमंडल मोड़, बाड़ी ब्राह्मणा, रत्नूचक और नजदीकी नेशनल हाईवे पर वाहन तलाशी अभियान भी चलाया गया। सभी पुलिस प्रभारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने को कहा गया है।
हालाँकि, जम्मू एयरपोर्ट से फ्लाइट सेवाएँ सामान्य रूप से यथावत चल रही हैं। NIA की टीम ने भी जम्मू के वायुसेना स्टेशन पर जाकर जाँच की है। त्रिकुटा नगर पुलिस थाना क्षेत्र में स्थित एक मॉल के पास से एक आतंकी को गिरफ्तार किया गया है। उसके पास से 5 किलो IED बरामद हुआ है। वहीं श्रीनगर के परिमपोरा इलाके में सुरक्षा कर्मियों के साथ मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैय्यबा के एक आतंकी और एक पाकिस्तानी आतंकी को मार गिराया।
A special bomb squad team of National Security Guard (NSG) is investigating the nature of the blast at Jammu Air Force Station. RDX or TNT likely used in the blast. Drones were controlled from across the border. Involvement of local handler also being investigated: Sources pic.twitter.com/9RxGsUnzIo
— ANI (@ANI) June 29, 2021
दो एके-47 राइफलों सहित कई हथियार और बम सामग्रियाँ भी बरामद की गई हैं। इससे पहले बडगाम के नर्गल से नदीम अबरार नाम LeT आतंकी को गिरफ्तार किया गया। वो कई हत्याओं में वांछित था। वो LeT सरगना युसूफ कान्ट्रू का भी करीबी है। जिन पाकिस्तानी आतंकी को मुठभेड़ में मार गिराया गया, वो भी इसका ही सहयोगी था। हाइवे पर हमले की सूचना के बाद CRPF और जम्मू कश्मीर पुलिस पहुँची, जिसके बाद मुठभेड़ हुआ।
परिमपोरा नाका पर एक संदिग्ध गाड़ी को रोका गया। जब गाड़ी में पीछे बैठे व्यक्ति ने अपना बैग खोल कर उसमें से ग्रेनेड निकालना शुरू कर दिया। जब उसमें बैठे आतंकी को पुलिस पकड़ कर ले गई तो वो नदीम अबरार निकला। उसने बताया कि मलूरा के एक घर में आतंकियों ने हथियार रखे हैं। वहाँ जब पुलिस पहुँची तो एक पाकिस्तानी आतंकी गोलीबारी करने लगा। इस एनकाउंटर में एक CRPF जवान घायल हो गया और सर्च पार्टी के साथ गया नदीम अबरार भी मारा गया।