भारत ने पाकिस्तान के सामने ये साफ़ कर दिया है कि पूरा जम्मू कश्मीर और लद्दाख (POK सहित) देश का अंग है और इसका विलय भारत में पूरे वैध तरीके से हुआ है, जिसे कभी पलटा नहीं जा सकता। भारत ने कहा है कि वो पाकिस्तान के उन सभी क़दमों का कड़ा विरोध करता है, जिनके तहत वो अपने कब्जे वाले भारतीय प्रदेशों की स्थिति में बदलाव लाने के लिए उठा रहा है। भारत ने पाकिस्तान को तुरंत अपने अवैध कब्जे वाले प्रदेशों को खाली करने को कहा है।
हंदवाड़ा में आतंकियों और सेना के बीच हुई मुठभेड़ के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव एक बार फिर से बढ़ गया है। भारत ने एक वरिष्ठ पाकिस्तानी डिप्लोमेट को ‘गिलगित बाल्टिस्तान’ पर वहाँ के कोर्ट द्वारा किए जा रहे छेड़छाड़ पर आपत्ति जताई। भारत ने कहा कि गिलगित-बाल्टिस्तान सहित पूरा जम्मू कश्मीर इसका अभिन्न हिस्सा है। पाकिस्तान को अवैध रूप से कब्जाए इन क्षेत्रों के मामले में हस्तक्षेप करने का कोई अधिकार नहीं।
भारत ने कहा कि वो पाकिस्तान द्वारा हस्तक्षेप की सभी कोशिशों की निंदा करता है और उन्हें नकारता है। ऐसी कोशिशों से ये छिप नहीं जाएगा कि उन भारतीय प्रदेशों को पाकिस्तान ने अवैध रूप से कब्जा रखा है, जबरन हथिया रखा है। भारत ने पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू कश्मीर में मानवाधिकार हनन की लगतार हो रही क्रूर घटनाओं पर भी आपत्ति जताई है। भारत ने कहा कि वहाँ के लोगों के स्वतंत्रता के अधिकार को पाकिस्तान द्वारा नकार दिया गया है।
भारत ने पिछले 70 वर्षों से पाकिस्तान द्वारा उसके कब्जे वाले जम्मू कश्मीर में इस तरह की हरकतों के होने पर आपत्ति जताई है। भारत ने बताया इस मामले में देश का रुख 1994 में संसद में पास हुए प्रस्ताव के अनुरूप ही है। उस प्रस्ताव में कहा गया था कि शिमला और लाहौर में हुए समझौतों का पालन करते हुए भारत इस मुद्दे को द्विपक्षीय बातचीत और शांतिपूर्ण ढंग से निपटाने में विश्वास रखता है।
भारत ने पाकिस्तान को संदेश भेजा हैं –
— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) May 4, 2020
गिलगित, बल्टिस्तान सहित पूरे पाक अधिकृत जम्मू कश्मीर को तुरन्त खाली करें pic.twitter.com/X8Xd6Iw5GO
बता दें कि हंदवाड़ा में हुए मुठभेड़ में एक कर्नल और एक मेजर सहित 5 जवानों के वीरगति को प्राप्त होने के बाद एक बार फिर से कश्मीर में पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद को लेकर बहस छिड़ गई है। कोरोना वायरस की आपदा के बीच भी पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। हंदवाड़ा में एक इमारत में छिपे आतंकियों ने वहाँ के नागरिकों को बंधक बना लिया था। नागरिकों की सुरक्षा को देखते हुए सशस्त्र बलों ने इमारत के भीतर जाकर ऑपरेशन करना उचित समझा। इसमें लश्कर का टॉप कमांडर हैदर भी मारा गया है।