राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA) ने पिछले साल अगस्त में बेंगलुरु में हुए दंगा मामले के मुख्य साजिशकर्ता को बुधवार (जून 30, 2021) को गिरफ्तार कर लिया। दंगे के दौरान चार लोगों की मौत हो गई थी। एनआईए के एक प्रवक्ता ने बताया कि गोविंदपुर निवासी 38 वर्षीय सैयद अब्बास को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया गया।
उन्होंने बताया कि अब्बास को बेंगलुरु की विशेष एनआईए अदालत के समक्ष पेश किया गया, जहाँ से उसे 6 दिन के लिए एजेंसी की हिरासत में भेज दिया गया। अब्बास बेंगलुरु में सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) का नागवाड़ा वार्ड का अध्यक्ष है।
गौरतलब है कि इससे पहले बेंगलुरु में हुई हिंसा मामले में फरार चल रहे कॉन्ग्रेस नेता व पूर्व मेयर संपत राज को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। संपत राज को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया गया था। उन पर हिंसक भीड़ को उकसा कर दंगे भड़काने का आरोप है। पिछले दिनों कोरोना के इलाज के दौरान संपत एक निजी अस्पताल में भर्ती होने के बाद फरार हो गए थे। इसके बाद से पुलिस लगातार इनकी तलाश कर रही थी।
क्या था मामला?
बता दें कि पिछले साल 11 अगस्त को बेंगलुरू में हजारों लोगों ने विधायक के एक रिश्तेदार के जरिए सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट साझा करने को लेकर कॉन्ग्रेस विधायक आर अखंड श्रीनिवास मूर्ति और उनकी बहन जयंती के घरों में आग लगा दी थी। गुस्साई भीड़ ने डीजे हल्ली और केजी हल्ली पुलिस थानों को इस संदेह में अगा लगा दी थी कि विधायक का रिश्तेदार हवालात में है।
इस मामले को लेकर एनआईए ने कहा कि जाँच में सामने आया है कि आरोपित अब्बास ने अन्य साजिशकर्ताओं के साथ मिलकर वाहनों में आग लगाई और पुलिस अधिकारियों पर हमला किया। दरअसल, आरोप लगा था कि विधायक अखंड श्रीनिवास मूर्ति के भाँजे ने पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट लिखी थी। ये खबर फैलने के बाद शाम साढ़े 7 बजे के करीब मुस्लिम समुदाय के सैकड़ों लोगों की भीड़ उनके घर के बाहर जमा हो गई थी।
इस मामले पर एनआईए ने कहा कि जाँच में सामने आया है कि आरोपित अब्बास ने अन्य साजिशकर्ताओं के साथ मिलकर वाहनों में आग लगाई और पुलिस अधिकारियों पर हमला किया। दंगे के पीछे SDPI का नाम सामने आने के बाद कर्नाटक सरकार ने इसे बैन करने की बात कही थी।