राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (एनआईए) के अधिकारियों ने आईएस मॉड्यूल मामले में अपनी जाँच के संबंध में तमिलनाडु के तंजावुर और तिरुचिरापल्ली में शनिवार को छापे मारे और दो संदिग्धों के ठिकानों से लैपटॉप, मोबाइल फोन तथा एक कुल्हाड़ी समेत अन्य सामान बरामद किया।
दिल्ली में एनआईए के एक प्रवक्ता ने बताया कि आतंकवाद विरोधी जाँच एजेंसी ने एनआईए स्पेशल कोर्ट (एर्नाकुलम) द्वारा जारी वारंट के आधार पर तंजावुर में अलावुदीन और तिरुचिरापल्ली के एस सरफ़ुदीन के आवास पर छापे मारे। जाँच अभियान में दो लैपटॉप, 6 मोबाइल फोन, 11 सिम कार्ड, एक पेन ड्राइव, पाँच सीडी/ डीवीडी, एक कुल्हाड़ी के अलावा 17 दस्तावेज़ बरामद किए गए।
उन्होंने बताया कि इस मामले में जून में कोयंबटूर में छापों के बाद मोहम्मद अजरुद्दीन तथा शेख हिदायतुल्ला को गिरफ़्तार किया गया था। एनआईए ने कहा कि ऐसा संदेह है कि दोनों शख़्स जून में गिरफ़्तार किए गए लोगों के साथी हैं।
ज़ब्त किए गए सामान को एनआईए की विशेष अदालत को सौंपा जाएगा और उपकरणों को फॉरेंसिक जाँच के लिए भेजा जाएगा। जाँच एजेंसी के मुताबिक़ इस मामले में दोनों आरोपितों से उनके संबंधों के बारे में पता लगाने के लिए पूछताछ की जा रही है। साथ ही यह भी पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि क्या वे आईएस के लिए किसी ग़ैर-क़ानूनी गतिविधि में शामिल तो नहीं हैं।
दरअसल, एनआईए ने इस साल 30 मई को कोयम्बटूर के 6 लोगों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया है। ऐसी सूचना थी कि इनलोगों और उनके साथियों ने सोशल मीडिया पर आतंकवादी संगठन आईएस की विचारधारा का प्रचार किया था। इसका मकसद केरल और तमिलनाडु में आतंकवादी हमलों को अंजाम देने के इरादे से युवाओं की आईएसआईएस/ दाएश में भर्ती करना था।
एनआईए के अधिकारी ने बताया कि यह भी पता चला था कि कुछ आरोपित व्यक्ति और उनके सहयोगी भारत में आईएसआईएस/ दाएश के मंसूबों को आगे बढ़ाने के लिए सोशल मीडिया पर श्रीलंकाई आईएसआईएस/ दाएश नेता ज़हरान हाशिम और उसके सहयोगियों का अनुसरण कर रहे थे।
इससे पहले एनआईए ने 12 जून को कोयंबटूर में 6 आरोपितों के घरों पर छापेमारी की थी। इससे सामने आए तथ्यों के आधार पर मोहम्मद अजरुद्दीन और शीक हिदायतुल्ला को गिरफ़्तार किया था। एनआईए के अधिकारियों के अनुसार, आईएस तमिलनाडु के कथित प्रमुख अजरुद्दीन फेसबुक के जरिए जहरान हाशिम से जुड़ा था। वह इस साल अप्रैल में श्रीलंका में ईस्टर संडे पर हुए आतंकी हमले में शामिल था।