Sunday, November 17, 2024
Homeरिपोर्टराष्ट्रीय सुरक्षा4 राज्य-PFI के 16 ठिकाने, NIA ने एक साथ मारी रेड: बिहार के कई...

4 राज्य-PFI के 16 ठिकाने, NIA ने एक साथ मारी रेड: बिहार के कई जिलों में कार्रवाई कर रही है एजेंसी, दरभंगा का डेंटिस्ट भी रडार पर

एनआईए ने बिहार के दरभंगा के उर्दू बाजार में स्थित डेंटिस्ट डॉ. सारिक रजा और सिंहवाड़ा थाना क्षेत्र के शंकरपुर गाँव मे महबूब नामक व्यक्ति के घर पर छापेमारी की। मोतिहारी जिले के चकिया के कुँआवा गाँव में सज्जाद अंसारी के घर पर छापा मारा। मधुबनी और कटिहार में भी एजेंसी की कार्रवाई हुई है।

प्रतिबंधित इस्लामी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) पर राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA) ने एक बार फिर बड़ी कार्रवाई की है। देश के चार राज्यों में एक साथ पीएफआई से जुड़े लोगों के ठिकानों पर छापेमारी की गई है। इन राज्यों में बिहार, उत्तर प्रदेश, पंजाब और गोवा शामिल हैं। सबसे ज्यादा 12 जगहों पर बिहार में कार्रवाई हुई है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश में दो और पंजाब तथा गोवा में एक-एक जगहों पर एजेंसी ने दबिश दी है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एनआईए की कई टीमों ने एक साथ पीएफआई के कई ठिकानों पर छापेमारी की है। मध्य प्रदेश के खण्डवा में भी छापेमारी की बात कही जा रही है। हालाँकि एसपी ने किसी भी कार्रवाई की जानकारी होने से इनकार कर दिया।

एनआईए ने बिहार के दरभंगा के उर्दू बाजार में स्थित डेंटिस्ट डॉ. सारिक रजा और सिंहवाड़ा थाना क्षेत्र के शंकरपुर गाँव मे महबूब नामक व्यक्ति के घर पर छापेमारी की। हालाँकि महबूब को एनआईए की कार्रवाई की पहले ही भनक लग गई। वह मौके से फरार हो गया। एनआईए ने उसके घरवालों से पूछताछ की है। बताया जा रहा है कि सारिक रजा और महबूब दोनों ही PFI से जुड़े हुए हैं।

इसके अलावा, NIA की एक टीम ने बिहार के मोतिहारी जिले के चकिया के कुँआवा गाँव में सज्जाद अंसारी के घर छापेमारी की। बताया जा रहा है कि सज्जाद बीते 14 महीनों से सऊदी अरब में नौकरी कर रहा है। छापेमारी के बाद जाँच एजेंसी ने सज्जाद के घर से कुछ कागजात बरामद किए हैं। एनआईए ने यह छापेमारी मोतिहारी जिले के चकिया अंतर्गत हरपुर किशुनी निवासी मोहम्मद इरशाद की निशानदेही पर की। इरशाद पहले ही गिरफ्तार हो चुका है।

यही नहीं, एनआईए ने बिहार के मधुबनी जिले के बाबूबरही थाना क्षेत्र के बरहारा गाँव मे शहाबुद्दीन नामक व्यक्ति के घर पहुँची। हालाँकि उसके घर में कोई नहीं मिला। इसके अलावा एनआईए ने कटिहार में भी पीएफआई के ठिकानों पर छापेमारी की।

केंद्र सरकार द्वारा पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद अब तक एनआईए कई बार छापेमार कार्रवाई कर चुकी है। इस छापेमारी में PFI के कई बड़े नेता और कैडर जाँच एजेंसी के हत्थे चढ़ चुके हैं। अब इन्हीं नेताओं और कैडरों की निशानदेही व इंटेलिजेंस एजेंसी के इनपुट पर एनआईए लगातार इस तरह की कार्रवाई कर रही है। माना जा रहा है कि पीएफआई के बड़े नेताओं की गिरफ्तारी के बाद निचले स्तर के लोग एक बार फिर संगठन को खड़ा करने में जुटे हुए हैं। ज्ञात हो कि देश विरोधी और आतंकी गतिविधियों में संलिप्तता के चलते केंद्रीय गृह मंत्रालय ने PFI पर प्रतिबंध लगाया था।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

महाराष्ट्र में चुनाव देख PM मोदी की चुनौती से डरा ‘बच्चा’, पुण्यतिथि पर बाला साहेब ठाकरे को किया याद; लेकिन तारीफ के दो शब्द...

पीएम की चुनौती के बाद ही राहुल गाँधी का बाला साहेब को श्रद्धांजलि देने का ट्वीट आया। हालाँकि देखने वाली बात ये है इतनी बड़ी शख्सियत के लिए राहुल गाँधी अपने ट्वीट में कहीं भी दो लाइन प्रशंसा की नहीं लिख पाए।

घर की बजी घंटी, दरवाजा खुलते ही अस्सलाम वालेकुम के साथ घुस गई टोपी-बुर्के वाली पलटन, कोने-कोने में जमा लिया कब्जा: झारखंड चुनावों का...

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने बीते कुछ वर्षों में चुनावी रणनीति के तहत घुसपैठियों का मुद्दा प्रमुखता से उठाया है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -