राजस्थान में पिछले कुछ सालों से हनीट्रैप के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। ताजा मामला जोधपुर का है। यहाँ पाकिस्तानी ISI महिला एजेंट द्वारा सेना के जवान को हनीट्रैप में फँसाया गया है। जोधपुर में तैनात गनर प्रदीप कुमार फिलहाल दो दिन की रिमांड पर हैं। जोधपुर सैन्य क्षेत्र से तीन दिन पहले पकड़े प्रदीप कुमार पर आरोप है कि वह पाकिस्तानी महिला एजेंट रिया को देश से जुड़ी सारी सूचनाएँ दे रहे थे।
दै’निक भास्कर’ की रिपोर्ट के मुताबिक, ये पाकिस्तानी ISI महिला एजेंट जवानों के अपने जाल में फँसाने से पहले पूरा होमवर्क करती हैं। कैप्टन रैंक के अफसरों द्वारा इन्हें मारवाड़ी और पंजाबी में बातें करने और रहन-सहन की ट्रेनिंग दी जाती है। यही नहीं, इन युवतियों को रिया, पूजा, अवनी, अनिका, हरलीन, मुस्कान जैसे नाम देकर हिंदू पहचान दी जाती है। ताकि ये आसानी से सेना का जवान इनके जाल में फँसा सकें। गनर प्रदीप कुमार को अपने जाल में फँसाने वाली मिलिट्री नर्सिंग सर्विस की नर्स बनी रिया अब तक 10 लोगों को फँसा चुकी है।
कई वर्षों से पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI द्वारा खूबसूरत लड़कियों को भारतीय नागरिकों और जवानों के पीछे लगाया जाता रहा है। सोशल मीडिया के जरिए सेना के जवानों को अपने झाँसे में लेकर भारतीय सेना व सुरक्षा व्यवस्था से जुड़े कई राज जुटाए जाते हैं और फिर उसे पाकिस्तान पहुँचाया जाता है। मुख्य तौर पर सेना के मूवमेंट और हथियारों के बारे में जानकारियाँ इकट्ठा करना इनकी मुख्य मंशा होती है।
रिपोर्ट के मुताबिक, जोधपुर हनीट्रैप मामले में बताया जा रहा है कि भारतीय सेना के जवानों और नए अफसरों को फँसाने के लिए पाक सेना की मिलिट्री इंटेलिजेंस सिंध हैदराबाद में टंडो झानियों के पास आर्मी कैंट से एक मॉड्यूल ऑपरेट कर रही है, जिसे हैदराबाद मॉड्यूल नाम दिया गया है। इस मॉड्यूल में हैदराबाद की स्थानीय वैश्याओं, गरीब लड़कियों, कॉलेज में पढ़ने वाली युवतियों को भर्ती किया गया है।
पाकिस्तान इंटेलिजेंस ऑपरेटिव (पीआईओ) द्वारा इन्हें ट्रेनिंग दी जाती है। ये महिलाएँ स्थानीय भाषा में बात करती हैं। हिंदू देवी-देवताओं की तस्वीर दिखा खुद को हिंदू साबित कर जवानों को अपने चंगुल में फँसाती हैं। यही नहीं उन्हें शादी करने का झाँसा देती हैं। फिर न्यूड कॉलिंग से जवान की रिकार्डिंग कर उसे खुफिया जानकारियाँ देने के लिए ब्लैकमेल करती हैं।
गौरतलब है कि पिछले साल राजस्थान में हनीट्रैप के 17 मामले सामने आए थे। ISI की ये खूबसूरत लड़कियाँ सोशल मीडिया के जरिए भारतीय नागरिकों और सेना के जवानों को फँसाती हैं। खासकर जिन लोगों ने सेना की वर्दी में तस्वीरें डाल रखी होती हैं, ये सबसे पहले उन्हें अपना निशाना बनाती हैं। इसके बाद चैटिंग की प्रक्रिया शुरू की जाती है। उनके साथ घूमने-फिरने से लेकर शादी तक का झाँसा दिया जाता है। उनके अश्लील वीडियो बनाकर के ब्लैकमेल का तरीका भी आजमाया जाता है। कई मामलों में चीनी कंपनी के गैजेट्स या मोबाइल का प्रयोग कर रहे जवानों को ज्यादा निशाना बनाया गया है।