जम्मू-कश्मीर के अंनतनाग और कुलगाँव इलाके में बीते एक साल से आतंक का पर्याय बने हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकी शहजाद अहमद सेह को शुक्रवार (24 दिसंबर 2021) को सुरक्षा बलों ने ढेर कर दिया। उस पर भाजपा के पाँच नेताओं और पुलिस अधिकारी अशरफ भट की हत्या करने का आरोप है।
रिपोर्ट के मुताबिक, शहजाद सेह पर 7 लाख रुपए का ईनाम रखा गया था। वह ए श्रेणी के टॉप आतंकियों में शुमार था। शुक्रवार को बीजबेहाड़ा के अरवनी में सुरक्षाबलों के साथ एनकाउंटर हुआ था, जिसमें उसे ढेर कर दिया गया। कश्मीर के आईजी विजय कुमार ने अरवनी मुठभेड़ में कुख्यात आतंकी के मारे जाने की पुष्टि की है।
बताया गया कि तीन आतंकी गुरुवार को हथियारों से लैस होकर आधी रात के वक्त बीजबेहाड़ा के पाम मोमिन हाल, अरवनी में अपने खबरी से मिलने के लिए आए थे। लेकिन, इसकी जानकारी सुरक्षाबल को लग गई। पुलिस की सेना की 01 आआर व सीआरपीएफ की 90वीं वाहिनी के जवानों ने मिलकर इन्हें पकड़ने की योजना बनाई। जैसे ही सर्च ऑपरेशन शुरू हुआ। आतंकी घबरा गए और उन्होंने छिप कर सुरक्षाबल पर फायरिंग शुरू कर दी। जवानों ने अपने बचाव में फायरिंग की और वहीं एनकाउंटर में कुख्यात आतंकी को ढेर कर दिया।
इसके अलावा सुरक्षा बलों ने अन्य दो आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है। दोनों आतंकी लश्कर से जुड़े बताए जा रहे हैं। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बताया, “हमारे रिकॉर्ड के मुताबिक, मारा गया आतंकवादी हिजबुल मुजाहिद्दीन से जुड़ा था।” पुलिस ने बताया कि 19 अक्टूबर 2020 चांदपोरा कनेलवां में अनंतनाग के पुलिस निरीक्षक मोहम्मद अशरफ भट की हत्या में शामिल था। इसके बाद 29 अक्टूबर 2020 को वाई के पोरा कुलगाम में तीन बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या में शामिल था।
बहरहाल गिरफ्तार आतंकियों की पहचान मोहल्ला मोछवा निवासी इमरान मजीद और माग्रे मोहल्ले मोछवा निवासी मोहम्मद अमीन राथर के तौर पर हुई है। सुरक्षा बलों ने इनके पास से दो हैंडग्रेनेड, दो एके-47 मैगजीन, 30 जिंदा एके-47 जिंदा कारतूस बरामद किए हैं।