बालाकोट एयर स्ट्राइक से सहमे पाकिस्तान ने कहा है कि वह अपना एयरस्पेस तभी खोलेगा, जब भारत मोर्चे से लड़ाकू विमान हटा लेगा। उसने कहा है कि जब तक भारत अग्रिम एयरबेस से लड़ाकू विमान नहीं हटाता, वह कर्मिशयल उड़ानों के लिए अपना एयरस्पेस नहीं खोलेगा।
पुलवामा में आतंकी हमले के बाद भारतीय वायु सेना के फाइटर जेट्स ने पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के ठिकानों को तबाह कर दिया था। इस कार्रवाई के बाद 26 फरवरी से ही पाकिस्तान ने अपने हवाई क्षेत्र को पूरी तरह से बंद कर रखा है।
Pakistan is scared to open its air space??? Pak will not open airspace until India withdraws fighter jets from forward airbases: Official https://t.co/tGhC66zGNZ via @timesofindia
— Gaurav Agnihotri (@Gaurav_agni) July 12, 2019
रिपोर्टों के मुताबिक पाकिस्तान के उड्डयन सचिव शाहरुख नुसरत जो सिविल एविएशन अथॉरिटी (सीएए) के महानिदेशक भी हैं ने संसदीय समिति को बताया कि पाकिस्तान अपना एयरस्पेस तभी खोलेगा जब भारत अग्रिम एयरबेस से लड़ाकू विमान हटा लेगा। पाकिस्तानी एयरस्पेस के बंद होने के कारण रोजाना करीब 400 विमानों के परिचालन पर प्रभाव पड़ रहा है। इसके कारण जून के अंत तक पाकिस्तान को 700 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है। पहले से ही आर्थिक संकट में फंसे पाकिस्तान की हालत इससे और चरमराई हुई है।
हालॉंकि इससे भारत के विमानन उद्योग को भी नुकसान उठाना पड़ रहा है। गुरुवार (जुलाई 11, 2019) को नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने संसद में बताया कि पाकिस्तान का हवाई क्षेत्र बंद होने के कारण, एयर इंडिया को लंबे मार्गों पर ₹430 करोड़ अतिरिक्त खर्च करने पड़े हैं।
नुसरत ने संसदीय समिति को बताया कि भारत सरकार ने हवाई क्षेत्र खोलने का अनुरोध किया था और हमने उन्हें (भारत को) अपनी चिंताओं से अवगत कराया है। एक्सप्रेस ट्रिब्यून की खबर के अनुसार, प्रतिबंध लगाए जाने के बाद से भारत सभी यात्री विमानों का परिचालन वैकल्पिक मार्गों से कर रहा है।
सीएए महानिदेशक ने अपना एयरस्पेस खोलने के भारत दावे पर भी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा, ” भारतीय हवाई क्षेत्र के बंद होने के बाद थाईलैंड से पाकिस्तान आने वाली उड़ानों को अभी तक बहाल नहीं किया गया है। इसके अलावा मलेशिया के लिए पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस की उड़ानें भी निलंबित हैं।”
गौरतलब है कि, पिछले महीने पाकिस्तान ने किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक में शंघाई सहयोग संगठन शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने हवाई क्षेत्र का उपयोग करने की विशेष अनुमति दी थी। इससे पहले, पाकिस्तान ने भारत की पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को 21 मई को बिश्केक में एससीओ विदेश मंत्रियों की बैठक में भाग लेने के लिए पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र से उड़ान भरने की अनुमति दी थी।