पुलवामा हमले के जवाब में भारतीय वायु सेना की तरफ से पाकिस्तान स्थित बालाकोट के आतंकी कैंपों पर किए गए एयर स्ट्राइक से पाकिस्तान सहमा हुआ है। एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान की तरफ से लगातार सीजफायर का उल्लंघन किया जा रहा है। जिसका भारत मुँहतोड़ जवाब दे रहा है। भारत के इस जवाबी कार्रवाई से अब सीमा पार मौजूद आतंकी संगठनों में खौफ साफ दिख रहा है। भारत की कार्रवाई से डरे पाकिस्तान ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में मौजूद 4 आतंकी कैंपों को बंद कर दिया गया है। इस बात का खुलासा मीडिया रिपोर्ट्स में किया गया है।
जानकारी के मुताबिक 16 मार्च को PoK में एक बैठक हुई। इस बैठक में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI और लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी अशफाक बड़वाल भी शामिल हुआ था। इस बैठक में ही ये तय किया गया कि यहाँ पर मौजूद सभी आतंकी संगठनों को बंद किया जाए, क्योंकि भारत की ओर से लगातार सीज़फायर उल्लंघन का जवाब भारी गोलीबारी से दिया जा रहा है। इसकी वजह से ये कैंप भी निशाने पर आ सकते हैं। बता दें कि, पाकिस्तान ने जिन कैंपों को बंद करने का फैसला किया है, वह कोटली और निकियाल सेक्टर में हैं, जो सुदंरबनी और राजौरी के पास हैं। चारों आतंकी कैंपों का संचालन आतंकी अशफाक बड़वाल ही किया करता था। जबकि दो कैंप पाला और बाघा क्षेत्र में है, जो जैश-ए-मोहम्मद के द्वारा संचालित किया जाता है।
इस्लामाबाद में प्रधानमंत्री कार्यालय में हुई पाकिस्तान की राष्ट्रीय आंतरिक सुरक्षा समिति की पहली बैठक में पाक पीएम इमरान खान ने कहा कि आतंकवाद और चरमपंथ से निपटने के लिए राष्ट्रीय कार्य योजना का क्रियान्वयन उनकी सरकार की प्राथमिकता में है। ऐसा माना जा रहा है कि इमरान ने यह बयान जैश-ए- मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों पर लगाम लगाने को लेकर अंतरराष्ट्रीय दबाव के बीच दिया है।
पाक राष्ट्रीय आंतरिक सुरक्षा समिति की यह बैठक ऐसे वक्त में हुई है, जब वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (FATF) से जुड़े क्षेत्रीय संगठन धन शोधन पर एशिया प्रशांत समूह इस बात पर गौर करने के लिए पाकिस्तान आया है कि पाकिस्तान ने वित्तीय अपराधों के खिलाफ वैश्विक मानकों पर पर्याप्त प्रगति की है या नहीं। पाक पीएम ने कहा कि उनकी सरकार इस योजना को पूरी तरह से लागू करने और सभी बाधाओं को दूर करने के लिए प्रतिबद्ध है।
गौरतलब है कि 14 फरवरी, 2019 को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय वायुसेना ने बालाकोट में एयर स्ट्राइक की। जिसमें आतंकी सरगना जैश के कई आतंकी कैंप नष्ट हो गए। इस घटना के बाद पाकिस्तान पर लगातार अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ रहा है कि वह आतंकी संगठनों पर कार्रवाई करे और आतंकियों को पनाह ना दे।