Friday, November 22, 2024
Homeदेश-समाजपैसों के लालच में अपनाया था ईसाई मजहब, पंजाब के एक दर्जन परिवारों ने...

पैसों के लालच में अपनाया था ईसाई मजहब, पंजाब के एक दर्जन परिवारों ने की घर-वापसी: CM से गुरुद्वारा कमिटी की अपील – बैन करें धर्म-परिवर्तन

DSGMC की 'धर्म प्रचार कमेटी' के चेयरमैन मनजीत सिंह भोमा ने मुख्यमंत्री भगवंत मान से मतांतरण पर प्रतिबंध की अपील की।

पंजाब में हाल के दिनों में ईसाई धर्मांतरण की घटनाएँ बढ़ गई हैं। अब अमृतसर में लगभग एक दर्जन परिवारों द्वारा घर-वापसी करने का मामला सामने आया है। धर्मांतरण के मुद्दे पर ‘दिल्ली सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमिटी’ ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से अपील भी की है कि वो इस पर हिमाचल प्रदेश की तरह राज्य भर में पाबंदी लगाएँ। इस मुद्दे को लेकर निहंग जत्थेबंदियों ने भी हाल में विरोध प्रदर्शन किया है।

दैनिक जागरण’ की रिपोर्ट के मुताबिक, पंजाब के अमृतसर जिले में स्थित कोहलेवाल गाँव में तकरीबन एक दर्जन परिवारों ने सिख धर्म में वापसी की है। इन परिवारों का पैसे का लालच देकर मतांतरण किया गया था। DSGMC के प्रयासों के बाद इन परिवारों ने ‘घर वापसी’ का फैसला किया।

DSGMC ने 3 अगस्त से इस मुहिम की शुरुआत की थी और उसके बाद इन परिवारों से मिलकर इन्हें घर वापसी के लिए मनाया गया। दिल्ली में गुरुद्वारों के प्रबंधन के कार्य देखने वाली संस्था DSGMC ‘धर्म प्रचार’ के लिए अभियान चला रही है और इसके लिए इसकी एक अलग कमिटी भी है। इसकी ‘धर्म प्रचार कमिटी’ के अध्यक्ष मंजीत सिंह भोमा ने बताया कि लालच देकर इन परिवारों का ईसाई धर्मांतरण कराया गया था।

सीएम भगवंत मान से की ये अपील

पंजाब में इस समय ‘आम आदमी पार्टी (AAP)’ की सरकार है और DSGMC की ‘धर्म प्रचार कमेटी’ के चेयरमैन मनजीत सिंह भोमा ने मुख्यमंत्री भगवंत मान से मतांतरण पर प्रतिबंध की अपील की। उन्होंने कहा कि जिस तरह से हिमाचल प्रदेश सहित कई राज्यों में मतांतरण पर पाबंदी है, ठीक उसी तरह पंजाब में भी पाबंदी लगाई जाए। वहीं उन्होंने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की विफलता को भी इसका जिम्मेदार बताया।

जिन 12 परिवारों ने हाल ही में घर वापसी की है, उन्होंने मतांतरण की पूरी कहानी भी बताई। उन्होंने कहा कि ईसाई धर्म प्रचारक गाँवों में दौरा कर तरह-तरह के लालच देते हैं। इन परिवारों के सदस्यों के मुताबिक, वो कुछ समय के लिए भटक गए थे। उन्होंने कहा कि अब वह वापस आ गए हैं और श्री गुरु ग्रंथ साहिब को मानकर ही अपना जीवन व्यतीत करेंगे। बताया जा रहा है कि जो परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा होता है, उसे धर्मांतरण के लिए ईसाई मिशनरी निशाना बनाते हैं।

कुछ दिनों पहले भी हुआ था बवाल

गौरतलब है कि बीते दिनों अमृतसर के ही एक ओर गाँव डडुआना में भी बवाल हुआ था। निहंग जत्थेबंदियों ने एक ईसाई कार्यक्रम को बंद करवाया था। जत्थेबंदियों ने धर्मांतरण का आरोप लगाते हुए जमकर विरोध प्रदर्शन भी किया था। इसके बाद अमृतसर पुलिस द्वारा जत्थेबंदियों को यह आश्वासन दिया गया कि यहाँ किसी प्रकार का कोई धर्मांतरण नहीं होगा, तब जाकर जत्थेबंदियों ने अपना प्रदर्शन रोका।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

सालों तक मर्जी से रिश्ते में रही लड़की, नहीं बनता रेप का मामला, सुप्रीम कोर्ट ने रद्द की FIR: कहा- सिर्फ ब्रेक अप हो...

सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में शादी के झूठे वादे के आधार पर किए गए रेप की FIR को खारिज कर दिया और आरोपित को राहत दे दी।

AAP ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए निकाली पहली लिस्ट, आधे से ज्यादा बाहरी नाम, 3 दिन पहले वाले को भी टिकट: 2 पर...

AAP ने आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए 11 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की है। इनमें से 6 उम्मीदवार भाजपा और कॉन्ग्रेस से आए हुए हैं।
- विज्ञापन -