Sunday, November 17, 2024
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पानीपत की लड़ाई जितना ही अहम है लोकसभा चुनाव: अमित शाह

अमित शाह ने कहा कि इन 5 सालों में देश का विकास 4 गुना बढ़ा है और देश की जनता मोदी जी के पीछे चट्टान की तरह खड़ी है। ना केवल भारत बल्कि दुनिया में मोदी जी जैसा लोकप्रिय नेता किसी और दल में भी नहीं है

भाजपा 2019 में होने वाले लोकसभा चुनावों की तैयारी का माहौल बना चुकी है। शुक्रवार रात (जनवरी 11, 2019) को रामलीला मैदान में भाजपा का 2 दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन शुरू हो गया है। लोकसभा चुनाव से पहले अब तक के सबसे बड़े राष्ट्रीय अधिवेशन की शुरूआत करते हुए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने आने वाले लोकसभा चुनाव को विचारधारा की लड़ाई बताया है।

उन्होंने अपने भाषण में पानीपत की लड़ाई का ज़िक्र करते हुए बताया कि किस प्रकार उस समय मराठाओं की हार के कारण इस देश को 200 साल की गुलामी झेलनी पड़ी थी। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को सलाह दी कि इस विचारधारा की लड़ाई में किसी भी तरह की चूक के लिए कोई जगह नहीं है, इसलिए कमर कस के मैदान में उतरें। उत्साहित भीड़ ने “अबकी बार, फिर मोदी सरकार” की नारेबाज़ी भी की।

भाजपा द्वारा यह राष्ट्रीय अधिवेशन 3 प्रमुख राज्यों छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान में हार के बाद आयोजित किया गया है। ज़ाहिर सी बात है कि अधिवेशन का मुख्य उद्देश्य कार्यकर्ताओं और पार्टी सदस्यों में उत्साह का संचार करना होगा।

नई दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय अधिवेशन के उद्घाटन के अवसर पर पार्टी अध्यक्ष ने राम मंदिर, सपा-बसपा गठबंधन, GST, और आरक्षण जैसे विषयों पर बात की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत पूरे देश के चुने हुए प्रतिनिधियों की लगभग 12 हजार की भीड़ को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पिछली बार भी यहीं से जीत का संकल्प लिया गया था, इस बार भी इसी स्थल को चुना गया है।

उन्होंने लगभग 1 घंटे लम्बे अपने भाषण में कहा कि इस युद्ध में एक तरफ सांस्कृतिक राष्ट्रवाद और गरीब कल्याण की विचारधारा है और दूसरी तरफ स्वार्थ और सत्ता के लिए एकजुट लोगों का जमघट है, जिनके पास ना ही कोई नेता है और ना ही कोई नीति।

अमित शाह ने कहा, “कुछ युद्ध हार-जीत तक ही सीमित होते हैं। कुछ युद्धों का असर एक-आध दशक तक होता है, लेकिन कुछ युद्धों का प्रभाव सदियों तक रहता है। मैं मानता हूँ कि 2019 का युद्ध सदियों तक असर डालने वाला है और इसलिए यह युद्ध जीतना जरूरी है।” इस पर उन्होंने याद दिलाते हुए कहा कि 131 युद्ध जीतने वाले मराठा जब हारे थे तो 200 वर्षों तक की गुलामी झेलनी पड़ी थी।

पार्टी नेताओं को बताया आगामी चुनाव तैयारी का ख़ाका

रामलीला मैदान में भाजपा के 2 दिवसीय इस अधिवेशन में लोकसभा चुनावों को लेकर जिला स्तर तक के नेताओं को चुनावी अभियान की जानकारी दी जानी है।

राम मंदिर के प्रति है भाजपा प्रतिबद्ध

अमित शाह ने जैसे ही कहा कि पार्टी चाहती है कि जल्द से जल्द भव्य राम मंदिर बने, सामने बैठी भीड़ उत्साहित हो गई। अमित शाह ने कहा कि भाजपा हर हाल में राम मंदिर बनाना चाहती है और वह इस कार्य के लिए प्रतिबद्ध है। साथ ही उन्होंने बताया की कॉन्ग्रेस लगातार राम मंदिर बनाने को लेकर विवाद कर के कार्य में विलम्ब कर रही है। जबकि भाजपा सुप्रीम कोर्ट में लंबित राम मंदिर के फैसले को जल्द से जल्द निपटाने का प्रयास कर रही है।

सामान्य श्रेणी के गरीबों को आरक्षण देना ऐतिहासिक फ़ैसला

अमित शाह ने बताया कि सामान्य श्रेणी में आने वाले गरीबों को नौकरी और रोज़गार में आरक्षण देना मोदी जी का एतिहासिक फ़ैसला है। यह गरीब और वंचितों को समानता का अधिकार देगा। शाह ने कहा कि इस फैसले से करोड़ों युवाओं के विकास का रास्ता सरकार ने खोल दिया है।

विपक्ष पर साधा निशाना

राहुल गाँधी का ज़िक्र अमित शाह ने अपने भाषण में 2-3 बार किया। उन्होंने कहा, “मिशेल मामा पकड़े जाते हैं तो वह पसीने-पसीने हो जाते हैं, क्वात्रोची अंकल उनके घर जाते थे। दरअसल यह उनका भय है।” इसके आगे शाह ने कहा कि राफेल मामले में सुप्रीम कोर्ट ने साफ कर दिया है कि उसमें कोई गड़बड़ी नहीं हुई, लेकिन फिर भी उन पर बेवजह आरोप लगाए जा रहे हैं। पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने नीरव मोदी, विजय माल्या जैसे लोगों के देश छोड़कर भागे जाने को लेकर भी राहुल गाँधी पर हमला करते हुए कहा कि कॉन्ग्रेस काल में वह यहीं सुरक्षित थे क्योंकि सत्ता में भागीदार बैठे थे। अब चौकीदार बैठा है तो ऐसे लोगों को डर है।

महागठबंधन का नहीं है कोई अखिल भारतीय असर

महागठबंधन के मुद्दे पर अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हटा पाना नामुमकिन है। साथ ही ये भी कहा कि वो नरेंद्र मोदी को 1987 से जानते हैं और उनके नेतृत्व में कभी कोई चुनाव नहीं हारे हैं। अमित शाह ने कहा कि इन 5 सालों में देश का विकास व गौरव चार गुना बढ़ा है और देश की जनता मोदी जी के पीछे चट्टान की तरह खड़ी है। ना केवल भारत बल्कि दुनिया में मोदी जी जैसा लोकप्रिय नेता किसी और दल में भी नहीं है। उन्होंने कहा, “जिस उत्तर प्रदेश को लेकर विपक्ष में इतनी जद्दोजहद मची है, वहां भी भाजपा 73 से 74 हो सकती है लेकिन 72 नहीं।”

अधिवेशन में उद्घाटन के अवसर पर पीएम नरेंद्र मोदी, राजनाथ सिंह, अरुण जेटली, नितिन गडकरी और पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी के साथ ही कई भूतपूर्व मुख्यमंत्री मौजूद थे।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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