भारतीय पहलवान बजरंग पूनिया 2024 के ओलंपिक में हिस्सा नहीं ले पाएँगे। इन ओलम्पिक का आयोजन फ्रांस की राजधानी पेरिस में होना है। बजरंग पूनिया की ओलम्पिक के लिए आयोजित ट्रायल्स में ही हार गए हैं। उन्हें पहलवान रोहित कुमार ने पटखनी दी है।
पेरिस ओलंपिक के लिए अभी क्वालिफायर्स होना बाकी हैं। उससे पहले सोनीपत में ट्रायल्स का आयोजन किया गया था। यह ट्रायल्स सोनीपत में स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया (SAI) की एकेडमी में हुए थे। इसमें बजरंग पूनिया का मुकाबला रोहित कुमार से हुआ।
रोहित कुमार ने इन ट्रायल में बंजरंग पूनिया को 9-1 के अंतर से पटखनी दे दी। इसी के बाद स्पष्ट हो गया कि वह क्वालिफायर्स में हिस्सा नहीं ले सकेंगे। इससे पहले के क्वालीफायर में भी बजरंग पूनिया मुश्किल से जीत कर यहाँ तक पहुँचे थे। पहलवान रविंदर कुमार ने एक पॉइंट गंवा दिया था, इसके कारण पूनिया को जीत मिल गई थी।
बजरंग पूनिया के प्रदर्शन में काफी गिरावट देखी गई है। इससे पहले वह 2023 एशियन गेम्स में भी हार चुके हैं। उन्हें जापान के एक पहलवान के यामागुची ने 10-0 से शिकस्त दी थी। वह एशियन गेम्स से बिना मेडल लिए ही लौट आए थे।
गौरलतब है कि पूनिया बिना ट्रायल्स के ही एशियन गेम्स में गए थे। इसकी माँग वह लगातार कर रहे थे। इसके बाद भारतीय कुश्ती संघ ने उन्हें एशियन गेम्स में बिना कोई ट्रायल लिए ही भेज दिया था। इसको लेकर अन्य कुछ पहलवानों ने प्रश्न भी उठाए थे।
पहलवान प्रदर्शन और बजरंग पूनिया
बजरंग पूनिया का नाम हालिया सुर्खियों में कुश्ती की वजह से कम और धरने प्रदर्शन की वजह से अधिक आया है। पूनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट के साथ दिल्ली में हुए पहलवान प्रदर्शन का नेतृत्व भी कर रहे थे। वह लगातार तत्कालीन कुश्ती संघ अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के विरुद्ध प्रदर्शन कर रहे थे और उन्हें हटाने की माँग कर रहे थे। बजरंग पूनिया इसके बाद राहुल गाँधी के साथ भी दिखे थे। राहुल गाँधी उनके यहाँ एक दिन पहुँचे थे और खाना भी खाया था। राहुल ने पूनिया के साथ कुश्ती के दांव पेंच भी आजमाए थे।
बजरंग पूनिया ने दिसम्बर 2023 में ही अपना पद्म श्री पुरष्कार भी लौटा दिया था। उन्हें 2019 में यह दिया गया था। बताया गया कि जब वह आज के ट्रायल में हार गए तो गुस्से से बाहर निकल गए। उन्हें SAI के अधिकारियों ने रोका भी लेकिन वह नहीं रुके।