सिद्धारमैया ने कहा था, "पाकिस्तान के साथ जंग की कोई जरूरत नहीं है। हम जंग के हक में नहीं हैं। हमें सख्त कदम उठाने चाहिए और अपनी सुरक्षा को और मजबूत करना चाहिए।"
35 साल पहले भी कश्मीर ने ऐसा ही नरसंहार देखा था। फर्क बस इतना है आज कश्मीर घूमने गए हिंदुओं को निशाना बनाया गया है और उस समय स्थानीय हिंदुओं को चुन-चुनकर मारा गया था।