दरअसल जरंज, अफगानिस्तान और ईरान की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित है और देलाराम (Delaram) से जरंज तक सड़क निर्माण भारत द्वारा ही कराया गया था जिसके माध्यम से भारत की योजना अफगानिस्तान के गारलैंड हाइवे होते हुए हेरात, कांधार, काबुल और मजार-ए-शरीफ तक पहुँचने की थी।
कहा जाता है कि 1988 में रायसी ने गर्भवती महिलायों को यातना देने, कैदियों को चट्टानों से फेंकने, लोगों को बिजली के तारों से झटका देने और हिंसा से जुड़े अन्य क्रूर आदेश दिए थे।
ईरान के शीर्ष नेता अयातुल्लाह खामनेई ने सभी मुस्लिम देशों से अपील की कि ये देश फिलिस्तीनियों का आर्थिक और सैन्य सहयोग करें। खामनेई ने कहा कि सभी मुस्लिम देशों को गाजा को फिर से बनाने के लिए आगे आना चाहिए।
ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड (IRGC) ने पाकिस्तान में घुसकर अपने सैनिकों को रिहा करा लिया। पाकिस्तान जाकर सर्जिकल स्ट्राइक करने वाला अब ईरान तीसरा देश बन गया है।