मुकर्रम ने लिखा कि प्रतीक सिन्हा फैक्ट-चेकिंग के नाम पर नास्तिकता फैला रहा है। इन सभी ट्विटर हैंडल्स की खास बात ये है या तो ये जुबैर को फॉलो करते हैं, या फिर जुबैर भी इन्हें फॉलो करता है।
अविनाश दास एक बार फिर सोशल मीडिया पर फेक चीजें फैलाते पकड़े गए हैं। दिलचस्प बात ये है कि इस बार उनकी फेक न्यूज का मुख्य कंटेंट आल्ट न्यूज के संस्थापक प्रतीक सिन्हा हैं।
अमेरिकी विशेषज्ञ ने COVID-19 संकट के बावजूद सबसे बड़ी उभरती शक्ति के रूप में भारत की प्रशंसा की और भारत की शक्ति संरचना को स्थिर और मोदी सरकार को सुरक्षित बताया।
प्रतीक सिन्हा ने कहा कि अंग्रेजी की मेरी जितनी समझ है उसके आधार पर शरजील उस्मानी, रोहित सरदाना की मृत्यु का जश्न नहीं मना रहा था बल्कि उनके कार्य की समीक्षा कर रहा था।
प्रोपेगेंडा वेबसाईट TheWire एक फर्जी खबर चलाता है - योगी आदित्यनाथ सरकार के खिलाफ। सरकार के द्वारा FIR दर्ज की जाती है। इससे स्वघोषित फैक्ट-चेकर प्रतीक सिन्हा बौखला जाता है। इसे लेकर वह न सिर्फ ANI पर सवाल उठाता है बल्कि प्रेस स्वतंत्रता से भी जोड़ देता है।