नरोत्तम मिश्रा ने कहा है, "ओवैसी को साक्षी पर बोलते नहीं सुना। दमोह पर लंबी तकरीर कर रहे हैं। साक्षी, श्रद्धा पर तकरीर नहीं की। उनकी ये पीड़ा है। उनकी यही मानसिकता जिहादी कहलाती है।"
धर्मांतरण विरोधी अधिनियम के तहत कार्रवाई न करने के लिए सरकार पर दबाव बनाने के उद्देश्य से जुमे की नमाज़ के बाद एक बड़ा मजहबी जुलूस की साजिश। NCPCR ने दमोह पुलिस को आगाह किया।