"हाल के दिनों में ऐसी कई फ़िल्में आई हैं जिनमें हिन्दू देवी-देवताओं का मजाक बनाया गया। भगवान शिव को त्रिशूल के साथ दौड़ते हुए दिखा कर उनका मजाक बनाया गया।"
"हमने देखा कि कुछ लोग सिनेमा हॉल्स में गए थे जब ये फिल्म दिखाई जा रही थी। उन्होंने सिर्फ हॉल को बंद रखने के लिए ही दबाव बनाया। वो कुछ और भी कर सकते थे।"
विवेक बिंद्रा ने मनोज मुंतशिर को संबोधित करते हुए लिखा कि भाई, इस पर स्पष्टीकरण करिए, सनातन धर्म पर सवाल है। 'आदिपुरुष' की कमाई 5वें दिन मात्र 10 करोड़ रुपए।
"मैं सोचता रहा, मतभेद तो हो सकता है, लेकिन मेरे भाइयों में अचानक इतनी कड़वाहट कहाँ से आ गई कि वो श्रीराम का दर्शन भूल गए जो हर माँ को अपनी माँ मानते थे।"
'वाक्यज्ञ' - अर्थात जो वाक्य के मर्म को समझता हो। वाणी ऐसी मधुर कि तलवार उठाया हुआ शत्रु भी झुक जाए। वेदों के ज्ञाता थे हनुमान जी। बिना अशुद्धि धाराप्रवाह बोलते थे। उच्चारण सटीक था, भाव-भंगिमा उनकी वाणी का साथ देती थी।