अगरतला रेलवे स्टेशन पर तैनात GRP और RPF ने 30 जून, 2024 को 11 अवैध बांग्लादेशी पकड़े हैं। यह सभी अगरतला से बेंगलुरु, कोलकाता, चेन्नई समेत अलग-अलग शहरों में जाने की फिराक में थे।
जलील मियाँ का साथी (गिरोह का मुखिया) पहले ही NIA की शिकंजे में आ चुका था। वहीं इनके अन्य साथी जज मियाँ और शंतो अब तक फरार हैं। NIA इस गिरोह के 29 लोगों को गिरफ्तार कर चुका है।
म्यांमार में सैन्य नेतृत्व वाले जुंटा और जातीय विद्रोही समूहों के बीच चल रही झड़पों से पैदा हुए तनाव में हिंदुओं और बौद्धों के 5000 घरों को जला दिया गया।
उन्होंने आगे कहा, "ये मोदी सरकार का कानून है, जिसे कोई बदल नहीं सकता। वो (ममता बनर्जी) रोहिंग्याओं का रेड कारपेट बिछाकर स्वागत करती हैं, और असली शरणार्थियों को मिसलीड करती हैं। बंगाल में आए सभी शरणार्थियों को बिना डर के नागरिकता के लिए आवेदन करना चाहिए।"