'द वीक' में सुनीता कोहली के लेख में कई बड़े खुलासे किए गए हैं। इसके मुताबिक, राजीव गाँधी ने भोपाल गैस त्रासदी के कुछ महीने बाद ही अपने वैनिटी प्रोजेक्ट के तहत पीएमओ का सौंदर्यीकरण करवाया था।
इस त्रासदी का 346 टन ज़हरीला कचरा अब भी भारत के लिए एक चुनौती बना हुआ है। ये कचरा कंपनी के कारख़ाने में कवर्ड शेड में मौजूद है। इसके ख़तरे को देखते हुए आम जन का प्रवेश यहाँ पर वर्जित है।