कुछ दिन पहले ED ने तिहाड़ जेल में ताहिर हुसैन से पूछताछ की थी। जॉंच में पाया गया है कि ताहिर व उसके रिश्तेदारों की कंपनियों में काफी पैसों को हेरफेर हुआ।
आज वे 'Law of the Land' में भरोसा जताने की सलाह दे रही हैं, लेकिन जब उन्होंने CAA विरोधियों का समर्थन किया था, तब 'Law of the Land' में उनका विश्वास कहाँ गया था?
DU के प्रोफेसर अपूर्वानंद ने कहा कि यह देखना दुखद है कि नागरिकता अधिनियम विरोध प्रदर्शन के समर्थकों को हिंसा का स्रोत माना जा रहा है और उम्मीद करते हैं कि पुलिस निष्पक्ष होकर इस मामले की जाँच करेगी।
सीएए विरोधी प्रदर्शनों के मामले में 57 लोगों के खिलाफ वसूली का नोटिस जारी किया गया था। उनमें से हसनगंज इलाके में दो संपत्तियों को मंगलवार को कुर्क किया गया।
नागरिकता कानून के नाम पर शुरू हुए दंगों ने दिल्ली को जलाया। और इसके पीछे ऐसे नाम थे, जिनके चलते हालात सुधर सकते थे लेकिन हालात सुधरना तो दूर इन लोगों की बातों के बाद स्थितियाँ और बदतर ही हुईं।