कभी शहीद दिवस कार्यक्रम कॉन्ग्रेस मनाती थी, लेकिन ममता बनर्जी ने कॉन्ग्रेस पार्टी से अलग होने के बाद युवा कॉन्ग्रेस के 13 कार्यकर्ताओं की हत्या को अपने नाम के साथ जोड़ लिया और उसका इस्तेमाल कम्युनिष्टों की जड़ काटने में किया।
पाकिस्तान के पहले कानून मंत्री जोगेंद्र नाथ मंडल ने खुद पर किसी को शक करने का मौका दिए बिना पाकिस्तान से सुरक्षित निकलने के लिए अपने बेटे की बीमारी का इस्तेमाल किया और पाकिस्तान सरकार से इस्तीफा देकर पाकिस्तान को छोड़ दिया। वो हिंदू विरोधी दंगों और दलितों पर हो रहे अत्याचारों से बेहद दुखी थे। उन्होंने अपने इस्तीफे में इसपर विस्तार से लिखा था।
HT वाली पत्रकार से उन्होंने कहा, "कोई बात नहीं बहन, जिस दिन तुम 'लव जिहाद' का शिकार होगी निकिता तोमर की तरह तो तुम्हारे साथ भी बिट्टू बजरंगी खड़ा मिलेगा।"