शोएब जमई मुस्लिमों का प्रतिनिधि और अधिवक्ता सुबुही खान को अपनी बात रखने का भी हक़ नहीं? लिबरल गिरोह नफरती कट्टरपंथी से जमा रहा सहानुभूति
शोएब जमई मुस्लिमों का प्रतिनिधि बन गया और एक मुस्लिम महिला सुबुही खान को बोलने का भी अधिकार नहीं? कन्हैया लाल के लिए कहाँ थी ये सहानुभूति?