ये नव-उदारवादी बहरूपिए ऐयारों की तरह दुनिया भर में इस्लामिस्ट्स और कम्युनिस्ट मानव अधिकारों, महिला अधिकारों, अल्पसंख्यक अधिकारों, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और सहिष्णुता की वकालत करते नज़र आते हैं।
IAS अधिकारी सोमेश उपाध्याय ने शताब्दियों तक भारत पर राज करने वाले इस्लामी अक्रांताओं को लेकर ट्विटर पर टिप्पणी की। इससे भन्नाया लिबरल और इस्लामी गैंग उन पर टूट पड़ा।
इस्लाम धर्म के पैगंबर हजरत मुहम्मद के जीवन पर आधारित ईरानी फिल्म ‘मुहम्मद दी मेसेंजर ऑफ गॉड’ पर प्रतिबंध लगाने को लेकर महाराष्ट्र की उद्धव सरकार ने केंद्र सरकार को पत्र लिखा है।