गवाहों ने बताया है कि दिल्ली के हिंदू-विरोधी दंगों में इस्तेमाल किए गए हथियारों को खरीदने के लिए न्यूजक्लिक के माध्यम से चीनी पैसों का इस्तेमाल किया गया।
दिल्ली के सैदुलाजाब स्थित 'न्यूज़क्लिक' के दफ्तर में भी छापा पड़ा था। अब तक 25 लोगों के बयान दर्ज किए जा चुके हैं। ED ने नेविल रॉय सिंघम को ईमेल भी भेजा है।
चीन से पैसा लेकर देश विरोधी प्रचार के आरोप में गिरफ्तार न्यूजक्लिक के संस्थापक प्रबीर पुरकायस्थ और एचआर हेड अमित चकवर्ती ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।