राजनीति
भारत के खिलाफ वैश्विक षड्यंत्र, 3 महीने से प्लानिंग: रिहाना, ग्रेटा के ट्वीट थे पूर्व नियोजित, 5 स्क्रीनशॉट से सब का खुलासा
ये टूलकिट और स्क्रीनशॉट साबित करता है कि ग्रेटा, रिहाना जैसी अतंरराष्ट्रीय हस्तियों के ट्वीट पूर्व नियोजित थे न कि कोई त्वरित प्रक्रिया।
राजनीति
Tooter पर नहीं हैं PM मोदी: जानिए इस सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म के बारे में सब कुछ
'टूटर' के चर्चा में रहने की एक बड़ी वजह यह 'खबर' भी रही कि इस मंच को PM मोदी का समर्थन भी मिल चुका है। 'टूटर' पर पीएम मोदी का एक आधिकारिक अकाउंट भी मौजूद है।
राजनैतिक मुद्दे
बंगाल चुनाव प्रशांत किशोर का करियर खत्म कर सकता है, क्या ‘मीडिया गिरोह’ के दोस्त बचा पाएँगे उनकी जमीन?
सारी चीजें देख लोगों को यह समझने में भी समय नहीं लगा कि प्रशांत किशोर का जलवा तभी तक चलता है जब उन्हें किसी ऐसे शख्स को मैनेज करना हो जो पहले ही जनता के बीच प्रसिद्ध हो।
राजनैतिक मुद्दे
किसानों का ‘भारत बंद’: यह शाहीन बाग मॉडल का ही बदला रूप है, आखिर क्यों सरकार को इसे देशद्रोह मानना चाहिए
हम मोदी सरकार के पिछले 6 वर्षों को याद करें तो इस दौरान कई ऐसी परिस्थितियाँ सामने आई, जिसे फर्जी तरीके से गढ़ा गया था। चाहे वो राफेल रोना होना हो या जज लोया की मौत और उसके साथ लगाए गए झूठे इल्जाम। इतना ही नहीं....
मीडिया
अर्णब की गिरफ्तारी से पहले अन्वय नाइक मामला: क्यों उठते हैं माँ-बेटी की मंशा पर सवाल? कब-कब क्या हुआ, जानिए सब कुछ
ऑपइंडिया ने इस मामले में दोनों पक्षों के बीच साझा किए गए पत्रों को एक्सेस किया और यह जाना कि यह मामला उतना सुलझा नहीं है जितना लग रहा है। पढ़िए क्या है पूरा मामला?
सामाजिक मुद्दे
‘लव जिहाद’ की जगह ‘ग्रूमिंग जिहाद’ – आखिर क्यों ऑपइंडिया ने लिया इसे इस्तेमाल करने का फैसला
जिहाद में कोई ‘लव’ नहीं है। ‘लव जिहाद’ शब्द के इस्तेमाल से यह जिहाद की गंभीरता को दिखाने में विफल रहता है, जबकि असली समस्या...
धर्म और संस्कृति
जिससे बच्चे दीवाली की खुशियाँ मनाना न भूलें: 2021 की दीवाली को अद्भुत बनाने के लिए ऑपइंडिया का रोडमैप
हम नहीं चाहते कि त्योहार मनाते समय हिन्दुओं के मन में भय हो। हमारी पूरी कोशिश होगी कि 2021 की दीवाली सबसे अद्भुत और दिव्य हो।
मीडिया
ऑपइंडिया एक्सक्लूसिव: TRP स्कैम में ‘Republic TV’ का नाम लेने के लिए गवाहों पर दबाव बना रही मुंबई पुलिस, ऑडियो में खुलासा
बातचीत से स्पष्ट होता है कि मुंबई पुलिस 'रिपब्लिक टीवी' के खिलाफ बयान देने के लिए दबाव बना रही है, जिसके कारण गवाह अपने और अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर काफी डरा हुआ है।