स्वप्ना के वकील का कहना है कि उनके क्लाइंट ने ये कभी कबूल नहीं किया है कि मुख़्यमंत्री कार्यालय में वो प्रभाव रखती थी। उन्होंने कहा कि NIA कह रही है कि स्वप्ना सीएम को जानती थी, लेकिन इससे कुछ भी साबित नहीं होता।
हिरासत के आवेदन को आगे बढ़ाते हुए, एजेंसी ने अदालत को बताया कि गृह मंत्रालय ने प्रारंभिक जाँच की थी और पाया था कि तस्करी का सोना आतंकवादी गतिविधियों के लिए उपयोग किया जाता था।