Sunday, November 17, 2024

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‘राम के आगे क्या नौकरी, क्या परिवार’: सरकारी शिक्षक ने कारसेवा में खाई 2 गोली, सब्जी बेचने वाला रज्जाक खान कहता था गद्दार, दिखाता...

1990 में 2 गोलियाँ खाकर भी जीवित कारसेवक शिवदयाल ने ऑपइंडिया को बताया कि कैसे उनके आगे ही सरयू पुल पर बिछा दी गईं थी रामभक्तों की लाशें।

सीने में गोली दागी, ज़िंदा थे तभी लाशों के साथ गाड़ी में ठूँसा, विधवा से बदसलूकी: भजन गा रहे थे कारसेवक महावीर अग्रवाल, परिवार...

लाशों को समेटने के चक्कर में पुलिस वालों ने कई घायल कारसेवकों को भी वाहनों में लाद लिया था और जिन्दा ही सरयू नदी में फेंक दिया था। बकौल अभिषेक, उनके पिता को भी गंभीर अवस्था में घायल हालत में ही कई लाशों के बीच ट्रक में भर लिया गया था।

पूरे शरीर में धँस गए थे गोलियों के छर्रे, बेहोशी में भी कह रहे थे राम-राम: कारसेवक राम बहादुर वर्मा के बेटों ने कहा...

अयोध्या जाते समय राम बहादुर ने अपनी पत्नी से कहा था, "मैं शायद न लौट पाऊँ। बच्चों का ध्यान रखना।" नम आँखों से काली सहाय ने कहा, "मेरे पिता के लिए पत्नी और बच्चों से कहीं अधिक प्रिय प्रभु श्रीराम थे।"

‘माँ मैं जा रहा, शायद अब न लौट पाऊँ’: यही बोल कर निकले अयोध्या, बूढ़े माँ-बाप को नहीं मिली लाश, धर्म प्रचार के लिए...

अयोध्या रामजन्मभूमि मुक्ति आंदोलन के दौरान मुलायम पुलिस की गोलियों से बलिदान हुए भगवान सिंह जाट का शव फेंक दिया गया था सरयू नदी में?

रामजन्मभूमि दर्शन करने जा रहे थे राम अचल गुप्ता, रोका तो रामधुन में रम गए, फिर भी मार दी गोली: बलिदानी के परिवार ने...

मुलायम यादव की सरकार में कारसेवक राम अचल गुप्ता को अयोध्या में जन्मभूमि का दर्शन करवाने के बहाने ले जाकर गोलियों से भून दिया गया था।

दशरथ समाधि और हनुमान मंदिर के पास दरगाह: दावा- मंदिर के गेट पर थूकती थी मुस्लिम भीड़, योगी राज में बदली स्थिति

जुलूस निकाल कर मंदिर के गेट पर घंटों रोका जाता था। यहाँ पुड़िया-गुटका खा कर थूका जाता था। 'किसी के बाप का नहीं है भारत' जैसी भड़काऊ बयानबाजी की जाती थी।

जहाँ इतिहास में कभी नहीं हुआ किसी का अंतिम संस्कार, भरत ने वही जगह ढूँढ कर की राजा दशरथ की अंत्येष्टि: पुजारी बोले –...

स्मारक के आसपास कई प्राचीन कालीन अस्त्र-शस्त्र रखे हुए हैं। संदीप दास का दावा है कि उन शस्त्रों पर सदियों से जंग नहीं लगा है। स्मारक के ऊपर प्रतीकत्मक तौर पर राम, लक्ष्मण, भारत द्वारा किया गया पिंडदान रखा हुआ है।

राम भजन गा रहे थे रमेश पांडेय, मुलायम की पुलिस ने सिर में मार दी गोली… 4 बच्चों को लेकर शव के लिए भूखी-प्यासी...

सुरेश ने बताया कि उनके पिता मूल रूप से पड़ोसी जिले गोंडा के रहने वाले थे। अयोध्या में वो कमाने के लिए बसे थे। यहाँ वो एक ईंट-भट्ठे पर मुंशी का काम करते थे।

अयोध्या वालों की इज्जत बचाने को वासुदेव गुप्ता ने दिया बलिदान, पति ने त्यागे प्राण तो पत्नी उतर गईं कारसेवा में: बेटा भी दे...

पैसे और दवाओं के अभाव में बीमारी से मर गए थे अयोध्या रामजन्मभूमि मुक्ति आंदोलन में बलिदान हुए वासुदेव गुप्ता के परिवार के 3 सदस्य।

अयोध्या राम मंदिर के लिए चाहिए 20 पुजारी, आए 3000 आवेदन: 200 का चल रहा इंटरव्यू, पूजा पद्धति भी बदलेगी

भव्य राम मंदिर में पुजारी बनने के लिए करीब 3 हजार उम्मीदवारों ने आवेदन किया था जिनमें से करीब 200 उम्मीदवारों को इंटरव्यू में बुलाया गया है।

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